Maharashtra: नासिक (Nashik) के कोठी गली (Kothi Gali) में 25 वर्षों से एक अनधिकृत दरगाह मौजूद थी। हिंदू श्रद्धालुओं ने बार-बार इसका विरोध जताया था, लेकिन प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा था।
हिंदू श्रद्धालुओं, संतों और महंतों ने इसके खिलाफ जोरदार विरोध की चेतावनी दी थी, जिसके बाद आखिरकार नगर निगम प्रशासन ने शनिवार 22 फरवरी को इस दरगाह के खिलाफ कार्रवाई की। इस दरगाह को ध्वस्त कर दिया गया।
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दरगाह करीब 25 साल पहले बना
यह दरगाह करीब 25 साल पहले नासिक शहर के काठे गली इलाके में बनाई गई थी। हालाँकि, हिंदुत्ववादी आरोप लगा रहे थे कि यह दरगाह अवैध है। हाल ही में इस धर्मस्थल के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग उठ रही है। इसके लिए सभी हिंदू श्रद्धालु, संत और महंत एकजुट हुए और शनिवार को इस दरगाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी। इसलिए नासिक नगर प्रशासन सतर्क हो गया और विरोध प्रदर्शन से पहले ही इस दरगाह को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। विरोध प्रदर्शन से पहले नासिक पुलिस ने विरोध स्थल पर आ रहे हिंदू भक्तों, संतों और महंतों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने नासिक के कठेगल्ली द्वारका इलाके में आए कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
महंत सुधीरदास महाराज और महंत अनिकेत शास्त्री महाराज नजरबंद
शनिवार सुबह से ही जहां एक ओर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर हिंदू समुदाय आक्रामक हो गया है। उन्होंने अनाधिकृत दरगाह परिसर में एकत्र होने का प्रयास किया था। हालांकि, कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस ने हिंदू साधु महंत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है और आंदोलन में भाग लेने वाले और आंदोलन का समर्थन करने वाले हिंदू समर्थक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। महंत सुधीरदास महाराज को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, जबकि महंत अनिकेत शास्त्री महाराज को पुलिस हिरासत में रखा गया है। महंत अनिकेत शास्त्री महाराज के घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। उन्हें घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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