शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि जो विधायक पार्टी का आदेश नहीं मानेंगे, उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब जरुरत होगी, तब उद्धव ठाकरे सरकार बहुमत दिखाने के लिए तैयार है। संजय राऊत ने कहा कि गुजरात में शिवसेना विधायकों को मारपीट कर बंधक बनाया गया और उन्हें मुंबई नहीं आने दिया जा रहा है। इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक जिम्मेदार गृहमंत्री की तरह काम करना चाहिए और गुजरात में हो रही शिवसेना विधायकों की प्रताडऩा पर ध्यान देना चाहिए।
संजय राऊत ने 21 जून को देर रात पत्रकारों को बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने आपरेशन कमल को सफल बनाने के लिए शिवसेना विधायकों का अपहरण कर गुजरात में रखा है। इनमें से विधायक नितीन देशमुख वहां से भागने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें गुजरात पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा और उन्हें मारा पीटा, जिससे उन्हें हार्ट अटैक आ गया और वे अस्पताल में भर्ती हैं। उनके परिवार वालों ने पुलिस स्टेशन में विधायक के गायब होने की शिकायत दर्ज करवाई है। इसी तरह एक अन्य विधायक कैलाश शिंदे लघुशंका के बहाने होटल से निकले और किसी तरह मुंबई पहुंच चुके हैं।
शिंदे के लिए कही ये बात
संजय राऊत ने कहा कि एकनाथ शिंदे उनके करीबी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उन्हें वापस आने के लिए कहा है। एकनाथ शिंदे जब भाजपा की सरकार में थे, उस समय उन्हें कौन से विभाग मिले थे और अब उन्हें कौन से विभाग मिले हैं, यह सब उन्हें सोचना चाहिए। संजय राऊत ने कहा कि एकनाथ शिंदे को अपील की जा रही है कि किसी भी तरह मुंबई वापस आ जाएं।
बागी विधायक असम के गुवाहाटी में शिफ्ट
इस बीच मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना के बागी विधायकों को गुजरात से असम एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इससे शिवसेना की आशाएं धुमिल होती नजर आ रही है।