Disha Salian death case: जिस तरह से सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में नैतिकता के मुद्दे पर एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दे दिया था, क्या दिशा सालियान मौत मामले में नैतिकता के मुद्दे पर आदित्य ठाकरे विधायक पद से इस्तीफा देंगे? शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने विधानसभा में यह सवाल पूछा।
ठाकरे सरकार की भूमिका की जांच
बजट सत्र के अंतिम दिन बुधवार, 26 मार्च 2025 को भाजपा विधायकों ने गायकवाड़ द्वारा उठाए गए औचित्य के मुद्दे का समर्थन किया। भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि दिशा सालियान मामले में ‘एसआईटी’ जांच अभी भी जारी है। कदम ने मांग की कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में उद्धव ठाकरे सरकार की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए।
क्यों नहीं दी गई जांच की अनुमति?
कदम ने आगे कहा, “इस मामले की जांच करने के लिए मुंबई आने पर बिहार पुलिस को किसने रोका?” सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद ठाकरे सरकार ने उसी फ्लैट को रंग-रोगन कराकर मूल मालिक को वापस कर दिया था, तो उन्होंने पहले दिन से ही मामले की जांच सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी? बिहार पुलिस को जांच की इजाजत क्यों नहीं दी गई? राम कदम ने ये सवाल पूछे।
सामने आएगा सच
मंत्री शंभूराज देसाई ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि दिशा सालियान के पिता ने खुद मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और इस मामले में पूर्व मंत्री और विधायक आदित्य ठाकरे का नाम लिया। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। दिशा के पिता ने इस मामले में पुलिस को और जानकारी दी है। उन्होंने आदित्य ठाकरे पर संदेह व्यक्त किया है। पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मिलने के बाद जिन लोगों के खिलाफ आपत्ति है, उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। देसाई ने स्पष्ट किया कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
World War 3: क्या जल्द शुरू होगा तीसरा विश्व युद्ध? यूरोपीय संघ ने नागरिकों को क्यों दिया यह सलाह
यूबीटी गुट के विधायक के सवाल पर नीतेश राणे का तगड़ा जवाब
यूबीटी गुट के विधायक वरुण सरदेसाई ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में बार-बार उनका नाम लेकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। जवाब में मंत्री नितेश राणे ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले पर सीबीआई ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसे अभी तक अदालत ने स्वीकार नहीं किया है। दिल्ली में आरुषि तलवार हत्याकांड में भी यही हुआ। अदालत ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। बाद में आरोपियों को इस मामले में दोषी ठहराया गया। मंत्री राणे ने कहा कि जिनको नहीं मालूम है, उनको नहीं बोलना चाहिए।