Maharashtra: हम छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) को भगवान मानते हैं। अबू आज़मी जैसे लोगों को ऐसे भगवान के बारे में बात करते समय डर क्यों नहीं लगता? इसके विपरीत, अबू आज़मी ने उन लोगों के बारे में बात की जिन्हें वह भगवान मानते थे।
इसलिए ‘सिर और शरीर अलग हैं’ की भाषा बोली जाती है। उन्हें यह कहते हुए कोई शर्म नहीं आती। उन्होंने इतिहास का उदाहरण दिया है। लेकिन अगर हम उनके धार्मिक ग्रंथों में लिखी बातों पर बात करें तो उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी?, यह सवाल विधायक संजय उपाध्याय ने विधानसभा में उठाया।
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नई शिक्षा नीति
संजय उपाध्याय ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति में नई पीढ़ी को महापुरुषों का इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए और उनके मन में देशभक्ति की भावना पैदा की जानी चाहिए। संजय उपाध्याय ने यह भी आलोचना की कि अबू आज़मी जैसे व्यक्ति को इस देश में माफ़ नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, राज्य में मजबूत सरकार के कारण, विदेशी निवेश बड़ी मात्रा में महाराष्ट्र में आ रहा है।
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10 वर्षों में राज्य में एक भी बम विस्फोट नहीं
राज्य में सुरक्षा, शांति और स्थिरता को ध्यान में रखते हुए पिछले 10 वर्षों में राज्य में एक भी बम विस्फोट नहीं हुआ है। इसलिए, राज्य में विदेशी निवेश आ रहा है। लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या राज्य के लिए चिंता का विषय है। बोरीवली निर्वाचन क्षेत्र में 5,000 बांग्लादेशी घुसपैठिये रह रहे हैं। संजय उपाध्याय ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए हर जगह हैं, जिनमें मजदूर, सब्जी विक्रेता और हैकर भी शामिल हैं।
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