महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। बारामती में उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए यह बयान दिया है। पवार ने कहा कि इस पद को लेकर कोई विवाद अब नहीं है। हम तीनोे पार्टियों ने यह तय कर लिया है कि विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का होगा।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को लेकर अब कोई विवाद नहीं रह गया है। मान्यता के अनुसार तीनों पार्टियों ने मिलकर यह तय किया है कि यह पद कांग्रेस के पास रहेगा।
हम सरकार साथ मिलकर चलाते हैं, पार्टी नहींः पवार
पवार ने कहा कि हर नेता अपनी पार्टी को बढ़ाना चाहता है। अगर कांग्रेस भी इसके लिए प्रयास कर रही है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम सरकार एक साथ चलाते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हम पार्टी भी एक साथ चलाते हैं, पार्टी हम अलग-अलग चलाते हैं। हर किसी की इच्छा होती है कि उसका पक्ष बढ़े, इसमें कुछ भी गलत नहीं हैं। सरकार चलाते समय हम किसी विचार के साथ हैं या नहीं, वो ज्यादा महत्वपूर्ण है और फिलहाल हम एक साथ हैं।
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“सहकारिता राज्य सरकार का क्षेत्र है”
सहकारिता क्षेत्र के लिए महाराष्ट्र के विधानसभा में कानून बनाये गए हैं । महाराष्ट्र की विधानसभा द्वारा बनाए गए कानून में हस्तक्षेप करने का अधिकार केंद्र सरकार को नहीं है। इसलिए केंद्र के सहकारिता मंत्रालय की वजह से राज्य को दिक्कतें होंगी, इस तरह की जो खबरें आ रही हैं, मेरे हिसाब से उसमें कोई तथ्य नही हैं। पवार ने कहा कि यह विषय संविधान के हिसाब से राज्य सरकार का है। केंद्र के सहकारिता मंत्रालय का अपना क्षेत्र होगा। पवार ने कहा कि दुर्भाग्य से मीडिया ने इस मंत्रालय से महाराष्ट्र के सहकार मूवमेंट पर असर होगा, इस तरह की खबरें चलाकर विवाद पैदा किया, इसमें मुझे कोई तथ्य नजर नहीं आता।