महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के बीच जारी जुबानी जंग में अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी एंट्री ले ली है। उन्होंने कहा है कि अगर अजित पवार ने शरद पवार की दराज से 54 विधायकों का समर्थन पत्र चुराया था, तो चोरी का माल खरीदने वाले भी उतने ही दोषी हैं, यह भी अपराध है।
भाजपा को दी ये सलाह
सांसद राउत ने कहा कि जिस दिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उसी दिन से भाजपा नेताओं को सत्तापक्ष के लबादे को फेंककर विपक्षी दल के रूप में काम करना शुरू कर देना चाहिए था, लेकिन वे अपनी पुरानी भूमिका को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। राउत ने कहा कि जिस तरह से शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा नेताओं ने सत्ता संभाल रखी है, उससे भाजपा दुखी है।
सही बोलते हैं राहुल गांधी!
राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध कराने में देरी के लिए केंद्र की आलोचना करना जायज है। कोरोना कोरोना रोगियों और टीकाकरण को लेकर उनके विचार बाद में सच हुए और सरकार को इसे लागू करना पड़ा। इसलिए राहुल गांधी जो कहते हैं, वह सही है।
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केंद्र में तय होगा मराठा आरक्षण!
शिवसेना सांसद ने कहा कि मराठा समुदाय के संगठनों ने मराठा आरक्षण पर आंदोलन करने का निर्णय लिया है। महाराष्ट्र पहले से ही कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे समय में राज्य में माहौल बिगाड़ना उचित नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहल की है और इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मराठा आरक्षण उपसमिति के अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी उपस्थित थे। राउत ने विश्वास जताया कि अब मराठा आरक्षण पर कोई न कोई रास्ता निकल आएगा।