देश के कई राज्यों के साथ ही महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। इस कारण कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण मुश्किल हो रहा है। तमात तरह के कड़े प्रतिबंध और लॉकडाउन के बावजूद संक्रमण के आंकड़े कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस हालत में महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आने की बात कही जा रही है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 29 अप्रैल को जिला कलेक्टर और मंडल आयुक्त के साथ बैठक की। इस बैठक में राज्य में जुलाई-अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के मद्देनजर तैयारी के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
बैठक खत्म होने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम राज्य के हर तालुका में ऑक्सीजन प्रोजेक्ट स्थापित कर रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी से बचने के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीदी की जा रही है। जुलाई-अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका है। उससे पहले, राज्य ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर हो जाएगा।
18 – 44 वर्ष के आयु के नागरिकों का टीकाकरण 1 मई से नहीं
टोपे ने कहा कि 18 – 44 वर्ष की आयु के नागरिकों के टीकाकरण को लेकर मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई। वर्तमान में, केवल वरिष्ठ नागरिकों का टीकाकरण किया जा रहा है। 45 वर्ष से कम आयु के नागरिकों के टीकाकरण में राज्य को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। देश में पर्याप्त टीके उपलब्ध नहीं हैं।
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मई तक रहेगी दूसरी लहर
टोपे ने कहा कि कम वैक्सीन की आपूर्ति के कारण टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भीड़ हो सकती है। इसलिए, हम 18 से 44 वर्ष के बीच के नागरिकों का टीकाकरण तब तक शुरू नहीं करेंगे, जब तक कि राज्य को कम से कम 25 लाख टीके नहीं मिल जाते। टोपे ने कहा कि 15 मई तक नागरिकों के इस समूह का टीकाकरण संभव नहीं है।
वैक्सीन की कीमत होने से कम पड़ेगा वित्तीय बोझ
भारत बायोटेक ने अपने टीके कोवैक्सीन की कीमत में 200 रुपये प्रति डोज की कमी की है। सीरम ने अपने कोविशील्ड की कीमत पहले ही 100 रुपये कम कर दी है। टोपे ने कहा कि वैक्सीन की दरों में कमी से राज्य पर वित्तीय बोझ थोड़ा कम होगा।