राज्य में एक साल से महाविकास आघाड़ी की सरकार है। लेकिन इस काल में सरकार के मंत्री और नेताओं के कारनामों से सुर्खियां सदा बनी रही हैं। कभी जितेंद्र आव्हाड तो कभी सरनाईक का प्रताप तो कभी यशोमती ठाकूर का दोषी करार दिया जाना। इसमें नई कड़ी अब जुड़ गई है जब राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के विरुद्ध उन्हीं की रिश्तेदार ने बलात्कार का आरोप लगाया है। पेश है महाविकास आघाड़ी के वो नेता जिनके नाम पर जनता को नाज था पर उनकी नैतिकता को लेकर अब जनता को ही आत्मावलोकन करना पड़ेगा।
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धनंजय मुंडे
ये उद्धव ठाकरे सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बेहद करीबियों में गिनती होती है। धनंजय मुंडे पर उनकी दूसरी पत्नी की बहन ने बलात्कार, अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है। इस संबंध में महिला ने ओशिवारा पुलिस थाने में और पुलिस आयुक्त को पत्र दिया है। पुलिस ने इस मामले में महिला का बयान लिया है। महिला का आरोप है कि 2006 में उसकी बहन प्रसुति के लिए अपने घर गई थी इस दौरान धनंजय मुंडे ने उसके साथ जबरदस्ती गलत कृत्य किया।
इस मामले में धनंजय मुंडे ने खुलासा किया है कि उनके ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। वे संबंधित महिला के विरुद्ध उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर कर चुके हैं। महिला उन्हें धमकाकर निरंतर पैसों की मांग करती रही है।
आदित्य ठाकरे
ठाकरे सरकार के युवा चेहरे हैं आदित्य ठाकरे। उनके पास पर्यावरण मंत्रालय का मंत्रिपद है। अभिनेता सुशांतसिंह राजपूत आत्महत्या के मामले में अप्रत्यक्षरूप से आरोप किये जा रहे थे। बिहार बीजेपी ने आदित्य ठाकरे और संजय राऊत के नार्को अनालिसिस टेस्ट की मांग भी की थी। इसी प्रकार नारायण राणे और उनके पुत्रों ने भी दिशा सालियन मामले में एक युवा मंत्री का हाथ होने का आरोप किया था।
इन आरोपों को झेल रहे आदित्य ठाकरे ने एक पत्र लिखकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा था कि, मुझपर और ठाकरे परिवार पर नाहक ही आरोप हो रहे हैं। ये विफलता के कारण हो रहा राजनीतिक पेटदर्द ही है।
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जितेंद्र आव्हाड
फेसबुक पर गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड पर अश्लील टिप्पणी करनेवाले अनंत करमुसे नामक युवक की उनके बंगले में ही बेरहमी से पिटाई हुई थी। इस मामले में पीड़ित युवक ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था और आरोप लगाया था कि पिटाई के समय जितेंद्र आव्हाड भी मौजूद थे। इस मामले में पुलिस ने पांच राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। इसके बाद जितेंद्र आव्हाड ने अपना पल्ला झाड़ते हुए सफाई पेश की थी कि ऐसी कोई घटना घटी है नहीं।
यशोमती ठाकूर
महाविकास आघाड़ी सरकार में महिला व बालविकास मंत्री यशोमती ठाकूर को तीन महीने कैद की सजा सुनाई गई है। आठ वर्ष पुराने एक मामले में मंत्री जी को दोषी करारा दिया गया था। यशोमती पर अमरावती के अंबादेवी मंदिर के पास पुलिस से बदसलूकी करने का मामला दर्ज था। 24 मार्च 2012 को वहां पुलिस कांस्टेबल उल्हास रौराले के साथ यशोमती ठाकूर ने मारपीट की थी। इस मामले में जिला न्यायालय ने यशोमती को 15 हजार रुपए का अर्थ दंड और तीन महीने की कैद की सजा सुनाई है। मंत्री जी ने इस मामले में अर्थ दंड भरकर जमानत ले ली है और इस निर्णय को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।
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प्रताप सरनाईक
शिवसेना के प्रवक्ता व हैवीवेट विधायक प्रताप सरनाईक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। 24 नवंबर 2020 को प्रताप सरनाईक के पुत्र विहंग और पूर्वेश के घर और कार्यालय पर ईडी ने छापा मारा था। उस समय प्रताप सरनाईक कहीं बाहर थे। लेकिन ईडी ने उनके पुत्र विहंग से पूछताछ की थी। ये मामला टॉप सिक्योरिटी द्वारा एमएमआरडीए के साथ की गई धांधली का है। ये मामला 175 करोड़ रुपए का था जिसमें एमएमआरडीए द्वारा आर्थिक अपराध शाखा में एक रिपोर्ट पेश की गई थी। आरोप है कि एमएमआरडीए में सुरक्षा रक्षकों की आपूर्ति में धांधली करके प्रताप सरनाईक को पैसे दिये गए हैं।
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