Maharashtra: नागपुर में 17 दिसंबर को विधान भवन में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की और मुख्यमंत्री बनने पर शुभकामना दी है। इन दोनों नेताओं के बीच करीब दस मिनट तक अकेले में चर्चा हुई, जिससे राजनीतिक खेमे में चर्चा गरमा गई है।
मिलकर दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत का पालन किया है। महाराष्ट्र की राजनीति में पार्टी लाइन से हटकर हर नेता एक दूसरे का सम्मान करते हैं। मुंबई में शपथग्रहण समारोह का निमंत्रण मिला था, लेकिन किसी व्यक्तिगत काम की वजह से वहां नहीं पहुंच सके थे। इसी वजह से फडणवीस से मिलकर उन्हें शुभकामना दी है। इसके बाद उद्धव ठाकरे विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से भी मिले और उन्हें भी शुभकामना दी है।
चुनाव के दौरान वार-पलटवार
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान इन दोनों नेताओं के बीच जोरदार वाकयुद्ध हुआ था। उस समय उद्धव ठाकरे ने यहां तक कहा था कि इस चुनाव के बाद या तो राजनीतिक पटल पर देवेंद्र फडणवीस रहेंगे या फिर मैं रहूंगा। चुनाव बाद भाजपा नीत गठबंधन को भारी बहुमत मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राजनीति में कोई भी किसी को भी स्थाई रूप से हटा नहीं सकता। इसके बाद इन दोनों नेताओं के बीच नरमी आई थी और आज देवेंद्र फडणवीस से मिलकर उद्धव ठाकरे ने चुनाव प्रचार के दौरान उपजी कटुता को खत्म करने का काम किया है। हालांकि, इन दोनों की मुलाकात के बाद चर्चा हो रही है कि उद्धव ठाकरे फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं।