Maharashtra: सरकार गठन को लेकर मोदी का निर्णय हमें स्वीकार, शिंंदे के बयान से फडणवीस का रास्ता साफ !

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट कर दिया है कि वे महाराष्ट्र में सरकार गठन में कोई अड़चन नहीं है। मुख्यमंत्री पद को लेकर जो निर्णय मोदी और शाह लेंगे, वो उन्हें मान्य होगा।

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Maharashtra: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी पत्रकारों का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से कहा, “चुनाव परिणाम के बाद आप पहली बार मिल रहे हैं। आपके मीडिया के माध्यम से सभी मतदाताओं को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। हमें मिली ये जीत अभूतपूर्व जीत है। पिछले कई सालों में लोगों ने ऐसा रिजल्ट नहीं देखा। महायुति ने पिछले ढाई साल में शानदार काम किया है।”

एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि एक तरफ हमने विकास कार्य किए हैं, महाविकास अघाड़ी द्वारा रोके गए कार्यों को हमने आगे बढ़ाया है, वहीं दूसरी ओर कल्याणकारी योजनाएं भी लागू कीं। सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि हमने विकास और कल्याण योजनाओं को मिला दिया है। महायुति के सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है। एकनाथ शिंदे ने ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं कार्यकर्ताओं का भी आभारी हूं।

 करीब 80 से 90 चुनावी सभाएं कीं
एकनाथ शिंदे ने कहा कि, “मैंने करीब 80 से 90 चुनावी सभाएं कीं। मैंने एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया है। यात्रा के दौरान मैं अपने पैरों को बांधकर काम करता था। मुझे लगता है सीएम का मतलब कॉमन मैन है। इसलिए लोगों से संवाद करने में कोई बाधा नहीं आई। मुझे हमेशा लगता था कि हमें महाराष्ट्र सरकार की ओर से कुछ करना चाहिए।”

सभी के लिए कुछ करने की भावना
एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा है कि मैं एक किसान परिवार से आता हूं, इसलिए मैंने आम लोगों का दर्द, मितव्ययिता और समझौतावादी रवैया देखा है। लोगों ने महागठबंधन पर भरोसा जताया। एकनाथ शिंदे ने ये भी कहा है कि मेरी भावना थी कि हमें समाज के सभी तबकों के लिए कुछ करना चाहिए।

सीएम शिंदे ने कहा,” मैंने लोकप्रियता हासिल करने या किसी पद पर पहुंचने के लिए काम नहीं किया। हमने वह देने की कोशिश की, जो हम एक सरकार के रूप में दे सकते हैं। मैं एक बार फिर कह सकता हूं कि केंद्र सरकार पहाड़ बनकर खड़ी हो गयी है। दो-ढाई साल में हमें केंद्र से लाखों- करोड़ का फंड मिला।” मैं आपको स्पष्ट रूप से बता रहा हूं, “मैं कुछ भी नहीं छिपा रहा हूं। मैंने पीएम मोदी को फोन किया और कहा कि अगर सरकार बनाने में मेरी ओर से कोई  दिक्कत नहीं है। आपका निर्णय हमारे लिए अंतिम है।” उन्होंने मोदी और अमित शाह से कहा कि एकनाथ शिंदे की ओऱ से सरकार बनाने मं कोई दिक्कत नहीं होगी।

“प्यारी बहनों के प्यारे भाई ”
सीएम ने कहा, “हम पर वोटों की बारिश महायुति सरकार के काम और लिये गये निर्णयों के कारण हुई है। लाड़की बहिण के प्यारे भाई के रूप में मेरी पहचान महाराष्ट्र में बनी है। प्यारी बहनों ने पहचान लिया कि सौतेला भाई कौन है। मैं सगा भाई हूं। प्यारी बहनों का प्यारा भाई होने की पहचान मेरे लिए किसी भी उपाधि से बढ़कर है। मैं बिल्कुल भी नाराज नहीं हूं, हम रो नहीं रहे हैं, बल्कि हम फाइटर हैं, हम लड़ने वाले और काम करने वाले लोग हैं। हम लोगों के पास गए, घर पर नहीं बैठे। हमने जो किया दिल से किया। मैं अपने शरीर में खून की आखिरी बूंद तक लोगों के लिए काम करता रहूंगा।”

“हमने बाला साहेब के विचार को आगे बढ़ाया’
शिंदे ने कहा,  “हमने बाला साहेब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ाया। मैं आनंद दिघे के विचारों के साथ हूं। हमें अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हम आपके पीछे पहाड़ की तरह खड़े हैं। उन्होंने हमें मुख्यमंत्री का पद दिया। मैंने हर दिन, हर पल का उपयोग राज्य की भलाई के लिए किया। मैं मोदी और अमित शाह को धन्यवाद देता हूं, क्योंकि उनका हमें समर्थन मिला। इन ढाई वर्षों में प्रगति की गति बढ़ी। मैं अपने ढाई साल के कार्यकाल से संतुष्ट हूं। हमारी सरकार में लिए गए फैसले रिकॉर्ड तोड़ हैं। पत्रकार हों, किसान हों, प्यारी बहनें हों, हमने सबकी समस्याओं का समाधान किया है। हमारे समय में 124 सिंचाई परियोजनाओं का निर्माण हुआ है। इस राज्य की प्रगति की गति बढ़ी है।”

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महायुति को अभूतपूर्व सफलता
यह  साफ है कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार आएगी, क्योंकि 23 नवंबर को घोषित परिणाम में महायुति को अभूतपूर्व सफलता मिली। महायुति को 239 सीटें मिली हैं। बीजेपी महायुति में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। एकनाथ शिंदे ने ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ शिवसेना नेता दादा भुसे, संजय शिरसाट और अन्य नेता मौजूद थे। अब एकनाथ शिंदे ने अपना पक्ष पेश किया है। एकनाथ शिंदे ने 26 नवंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसलिए राज्य की 14वीं विधानसभा भंग कर दी गई है, जिसके बाद अब एकनाथ शिंदे राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं।

महाराष्ट्र में नतीजे के बाद कैसी है महायुति की पार्टी की ताकत?
बीजेपी- 132 सीटें
शिवसेना (एकनाथ शिंदे)- 57 सीटें
एनसीपी (अजीत पवार)- 41 सीटें
अन्य स्थान-9

प्रदेश में 288 सीटों में से महायुति के पास 239 सीटें हैं। आज तक किसी गठबंधन या गठबंधन को इतना भारी बहुमत नहीं मिला है।

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