Maharashtra में 20 नवंबर, 2024 को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ और परिणाम दो दिन बाद 23 नवंबर, 2024 को आ गए। भाजपा-शिवसेना (शिंदे)-अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महागठबंधन ने अभूतपूर्व सफलता (230 सीटें) हासिल की। हालांकि नतीजों के 10 दिन बाद भी राज्य में सरकार का गठन नहीं हो सका है।
बीजेपी की चौंकाने वाली रणनीति की चर्चा
राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा? इसे लेकर राजनेताओं और आम लोगों की उत्सुकता चरम पर पहुंच गया है, हालांकि एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की जिद छोड़कर कुछ अहम विभागों की मांग की है। यह लगभग तय है कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा, हालांकि राजनीतिक गलियारों में बीजेपी की चौंकाने वाली रणनीति की भी जमकर चर्चा हो रही है।
सत्ताधारी महायुति को बंपर बहुमत
कुछ ही दिनों में 15वीं विधानसभा का गठन हो जाएगा। इस विधानसभा की खास बात यह है कि सत्तारूढ़ दल को पहली बार इतना बड़ा बहुमत मिला और भाजपा ने 132 सीटें, शिवसेना ने 57 सीटें और राष्ट्रवादी कांग्रेस (यूपी) ने 41 सीटें जीतीं। 288 विधायकों में से 230 सत्तारूढ़ दल के हैं और जनता ने विपक्षी नेता के चुनाव के लिए आवश्यक कम से कम 29 सीटें भी कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना को नहीं दी हैं। विपक्षी दल में कुल 46 विधायक चुने गये हैं, जिनमें शिव सेना उबाठा के 20, कांग्रेस के 16 और राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के 10 विधायक शामिल हैं।
विधायकों का शपथ ग्रहण, स्पीकर का चुनाव
गुरुवार, 5 दिसंबर 2024 को शाम 5 बजे आजाद मैदान में महागठबंधन के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कुछ मंत्री शपथ लेंगे। इसके बाद 7, 8 और 9 तारीख को 15वीं विधानसभा के सभी विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह होगा और विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
तीन दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन
विधायकों के शपथ ग्रहण के लिए 7 से 9 दिसंबर 2024 तक मुंबई में तीन दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया है, जिसमें राज्यपाल का अभिभाषण, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और सरकार द्वारा विश्वास मत शामिल होगा। सूत्रों ने बताया कि प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जाएगी।
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शीतकालीन सत्र
इसके बाद नई राज्य सरकार का पहला शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर 2024 से नागपुर में शुरू होगा। फिलहाल कहा जा रहा है कि सत्र की अवधि एक सप्ताह तय की गयी है।