महाराष्ट्र में हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं की सुरक्षा हटा दी गई है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि ठाकरे सरकार ने राजनैतिक द्वेश की वजह से यह निर्णय लिया है। इस बीच बेजेपी के इन नेताओं को केंद्र द्वारा सुरक्षा दिए जाने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि केंद्र अपने नेताओं की सुरक्षा राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार के भरोसे नहीं छोड़ना चाहती।
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दी सफाई
इस बारे में राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि राज्य के नेताओं की सुरक्षा पर विचार करने के लिए समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही नेताओं की सुरक्षा में कमी की गई है। लेकिन बीजेपी नेताओं ने इसमें राजनीति होने का आरोप लगाया है। उसके बाद केंद्र ने अपने नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है। ऐसे नेताओं में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील भी शामिल हैं।
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इनकी सुरक्षा में की गई कटौती
महाराष्ट्र विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील, विधानपरिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, भाजपा विधायक प्रसाद लाड, भाजपा नेता आशीष शेलार, पूर्व राज्यपाल राम नाईक, फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे।
देवेंद्र फडणवीस को खतरा
ठाकरे सरकार ने देवेंद्र फडणवीस की बुलेट प्रूफ गाड़ी छीन ली। हालांकि मुंबई पुलिस के साथ ही खूफिया विभाग ने भी उनकी जान को खतरा बताया है। इसे देखते हुए पुलिस ने उनकी सुरक्षा में कमी नही करने की सलाह दी थी। इसके बावजूद उनकी सुरक्षा में कमी करने को लेकर यहां से लेकर दिल्ली तक चर्चा है।