महाविकास आघाड़ी में गृह कलह के संकेत मिल रहे थे। पिछले कुछ दिनों में शिवसेना नेताओं के बयानों ने इसे हवा दी है, इन नेताओं ने सार्वजनिक मंचों से कह दिया है कि, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गृह मंत्रालय अपने पास ले लेना चाहिए। राजनतिक गलियारों में भी चर्चा है कि, खुद सीएम (CM) उद्धव ठाकरे को भी होम (Home) पसंद है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रदेश का गृहविभाग अपने पास लेना चाहिए। महाराष्ट्र विधान सभा में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस की आक्रामाकता और पेन ड्राइव अटैक के माध्यम से सरकार की जो फजीहत की गई, उस पर गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील का कदम बहुत ही सौम्य था। राज्य के नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं, ऐसे में दिलीप पलसे पाटील का नरम रुख क्षति पहुंचा रहा है। इस कारण राज्य के गृह विभाग को शिवसेना अपने पास ले, इस संदर्भ में की जा रही मांग अब प्रबल हो गई। हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से स्पष्टीकरण भी दिया गया है कि, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील से नाराज नहीं हैं। वह अच्छा कार्य कर रहे हैं।
तो इन शिवसेना नेताओं के बयान क्या थे?
संभाजी नगर (औरंगाबाद) से शिवसेना के सांसद रहे चंद्रकांत खैरे ने खुले रूप से जाहिर कर दिया कि, केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर होते हुए भी नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस के पेन ड्राइव बम प्रकरण के बाद जिस प्रकार से गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने सौम्यता से कदम उठाया, उससे शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं का यह मत बन गया है कि, शिवसेना गृह विभाग राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अपने अधीन ले।
खैरे की सलाह
मुझे उद्धव जी को कहना है कि, युति (भाजपा व शिवसेना सरकार) के शासनकाल में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृहविभाग अपने पास रखा था। मुझे यह कहना है कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास से गृह मंत्रालय शिवसेना अपने पास ले। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री दोनों होने पर राज्य को योग्य दिशा मिलेगी।
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शिवसेना से दोय्यम दर्जे का व्यवहार
शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत ने दावा किया कि, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में यह धारणा है कि, सरकार में शिवसेना के साथ दोय्यम दर्जे का व्यवहार हो रहा है। इसका साक्ष्य बजट सत्र में सामने आया है।
शिवसेना के कारण ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की सत्ता स्थापित हुई है। परंतु, अब वे शिवसेना के साथ ही अन्याय कर रहे हैं। सोलापुर की सभा में बोलते हुए तानाजी सावंत ने कहा कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों के विभागों को बजट के कुल फंड का 60 प्रतिशत पैसा आबंटित किया गया है। इसलिए कोकण, पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाडा, विदर्भ के सभी नेताओं को लगता है कि, शिवसेना से दोय्यम दर्जे का व्यवहार हो रहा है।
गृह कलह पर मुख्यमंत्री कार्यालय का स्पष्टीकरण
राज्य सरकार में गृह कलह है इसको लेकर सुबह से ही सूचनाएं प्रसारित रो रही थी। दोपहर को गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटी ने वर्षा निवास पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भेंट की, एक घंटे चली बैठक के बाद महराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्टीकरण दिया कि, मुख्यमंत्री गृहमंत्रालय से नाराज नहीं हैं।