राजस्थान भाजपा महिला मोर्चा ने बुधवार को गहलोत सरकार के खिलाफ थाली बजाकर प्रदर्शन करते प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध मामलों पर विरोध जताया। महिला कार्यकर्ता तय कार्यक्रम के तहत प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सीएम आवास की ओर कूच कर रहीं थीं। ऐसे में पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर महिला कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया। कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर खींचतान और धक्का-मुक्की हुई।
बेहोश हो गईं सांसद और प्रदेशाध्यक्षा
करीब एक घंटे तक मौके पर हंगामा चलता रहा। पुलिस ने भी प्रदर्शनकारी महिलाओं को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। आखिर में कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरुप गिरफ्तारियां दीं। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में भरतपुर सांसद रंजीता कोली, महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा सहित कई कार्यकर्ता बेहोश हो गईं। उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महिला अपराध में शीर्ष राज्यों में शुमार राजस्थानः जोशी
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश की अकर्मण्य, गूंगी-बहरी और महिला अत्याचारी कांग्रेस सरकार को जागृत करने के लिए भाजपा की मातृशक्ति द्वारा आयोजित ’महिला आक्रोश आंदोलन’ को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2018 में जब से प्रदेश की कांग्रेस सरकार आई है, इनकी अकर्मण्यता से प्रदेश महिला अपराध में देश के शीर्ष राज्यों में शुमार हो गया है। औसतन 15 से 18 दुष्कर्म की घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं। महिलाएं ना घर में, ना खेत में, ना सड़कों पर, ना एंबुलेंस में, ना अस्पतालों में, ना विद्यालय में, ना पुलिस थाने में, किसी भी स्थान पर सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में महिला दुष्कर्म एवं अत्याचार की लगातार वीभत्स घटनाएं घट रही हैं, लेकिन प्रदेश का मुखिया अपनी कुर्सी की चिंता में खोया हुआ है। उन्होंने दावा किया कि पांच महीने बाद जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो महिलाओं पर अत्याचार करने वाले अपराधियों को ऐसी कड़ी सजा दी जाएगी कि दोबारा किसी अपराधी की महिलाओं को गलत तरीके से आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं होगी।
लड़की हूं, लूटी जा रही हूं का हाल
राजस्थान की सह प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि हर दिन प्रदेश में दुष्कर्म, उत्पीड़न की घटनाएं राजस्थान को शर्मसार कर रही हैं। प्रियंका गांधी को ललकारते हुए राहटकर ने कहा कि वो कहती थी ‘‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’’ लेकिन प्रदेश में लड़की हूं, लूटी जा रही हूं का हाल है।
महिला आक्रोश सभा महज एक ट्रेलर
भाजपा महामंत्री और सांसद दीया कुमारी ने महिलाओं की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज की महिला आक्रोश सभा महज एक ट्रेलर है। पूरी फिल्म अभी बाकी है। गहलोत सरकार के राज में महिलांए और बच्चियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। गूंगी बहरी गहलोत सरकार को जगाने के लिए महिला मोर्चा अब प्रत्येक गांव और ढाणी में जाकर महिला अत्याचारों के खिलाफ चौपाल लगाएंगी। उन्होंने बीकानेर के खाजूवाला, मावली, डूंगरपुर, उदयपुर सहित अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि गहलोत सरकार को कुर्सी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। काली और दुर्गा की पूजा करने वाले प्रदेश में आज महिलाओं का इस कदर अपमान अब महिला शक्ति सहन नहीं करेगी। भाजपा राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत महिला उत्पीड़न पर लगाम नहीं लगा पाए तो कहते हैं कि दुष्कर्म के 65 फीसदी मामले झूठे और फर्जी होते हैं। प्रदेश की सरकार निरंकुश और तालिबानी सरकार है।
दर्जनों महिला कार्यकर्ता घायल
आक्रोश सभा के बाद सभी आक्रोशित महिलांए सीएम आवास की ओर कूच कर गईं। इस दौरान बाईस गोदाम पुलिया से पहले पुलिस और महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की पुलिस से झड़प हुई। इस झड़प के दौरान दर्जन भर से ज्यादा महिला मोर्चा की पदाधिकारी और कार्यकर्ता घायल हो गईं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी भी भरतपुर सासंद रंजीता कोहली से मिलने अस्पताल पहुंचे। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस झड़प में सांसद रंजीता कोली, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा, प्रदेशाध्यक्ष अल्का मूंदडा, स्नेहा कंबौज, वर्तिका सैन, रेखा राठौड़, सरिता गैना, अनुराधा, नीलम पारीक, वंदना, कोमल तिवाड़ी, जयश्री गर्ग, निकिता, नीलम पूनियां, रानू पारासर और आरती सहित अन्य कुछ महिलाएं घायल हुईं।
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