पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस ने 24 मई तड़के कई जगहों पर छापा मारकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। लाहौर में छापे के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार
यह छापे पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान के बहुप्रतीक्षित ‘आजादी मार्च’ की तारीख की घोषणा के एक दिन बाद मारे गए हैं। इमरान ने 25 मई से आजादी मार्च शुरू करने की घोषणा की है। खान ने 22 मई को चुनाव की तारीख घोषित कर सदनों को भंग करने की मांग की थी। उन्होंने देश की सेना को एक संदेश भी भेजा और उन्हें निष्पक्षता के अपने वादे का पालन करने के लिए कहा। बताया गया है कि करीब 73 पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
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राजधानी इस्लामाबाद में छापे
लाहौर के मॉडल टाउन में पीटीआई नेता के घर पर छापे के दौरान पुलिस कांस्टेबल कमाल अहमद को सीने में गोली लगी। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इसकी पुष्टि लाहौर के डीआईजी ऑपरेशन कैप्टन (सेवानिवृत्त) मोहम्मद सोहेल चौधरी ने की है। इमरान समर्थकों की गिरफ्तारी के लिए राजधानी इस्लामाबाद में भी छापे मारे गए हैं।
इमरान खान का दावा
इमरान खान ने हुकूमत के इस कदम की तीखी आलोचना की है। पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार के खिलाफ पीपीपी, पीएमएल-एन और जेयूआई-एफ के मार्च कभी नहीं रुके और न ही उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं पर कोई कार्रवाई की।
आतंकवादी हमला होने की आशंका
इस बीच सिंध प्रांत में आतंकवादी हमला होने की आशंका को देखते हुए प्रांतीय सरकार ने 24 मई को पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी। सिंध सरकार ने यह कदम कराची में सिलसिलेवार बम विस्फोटों और सिंध गृह विभाग द्वारा जारी महानगर के दक्षिण जिले में आतंकवादी गतिविधियों के बारे में चेतावनी के मद्देनजर उठाया है। गृह विभाग के बयान में कहा गया है कि जिला दक्षिण में धारा 144 लागू कर दी गई है। ड्रोन तथा मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।