भंडारा जिले में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बीच अकेले में आधे घंटे तक बैठक हुई। इस बैठक के दरम्यान भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं, यहां तक कि अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों को भी कमरे से बाहर कर दिया गया। इस बैठक की जानकारी दोनों तरफ से मीडिया को नहीं दी गई है, इसलिए इस बैठक को लेकर अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार देवेंद्र फडणवीस भंडारा जिले के पालक मंत्री का भी प्रभार संभाल रहे हैं। इसी वजह से 3 अक्टूबर को देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में भंडारा जिलाधिकारी कार्यालय में जिला नियोजन समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस ने जिले में विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद नाना पटोले के साथ उनकी बैठक होने की जानकारी मिल रही है। इस बैठक को बेहद गोपनीय रखा गया था।
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भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल
दरअसल, नाना पटोले कांग्रेस पार्टी छोडकर भाजपा में शामिल हुए थे और 2014 में भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दिया था और फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने भाजपा की सदस्यता के साथ लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस पार्टी में आने के बाद 2019 में हुए विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बन गए । इसके बाद 2019 में ही वे विधानसभा अध्यक्ष बने थे लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद मिलने के बाद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। देवेंद्र फडणवीस के साथ अकेले में बैठक करने के बाद नाना पटोले को लेकर फिर सियासी चर्चा गरमा गई है।