ठाकरे परिवार के विश्वासपात्र व शिवसेना के सचिव मिलिंद नार्वेकर भी शिंदे गुट की राह पर हैं। यह खुलासा करके जलापूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटील ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मचा दी है। पाटील ने कहा कि नार्वेकर जल्द उद्धव ठाकरे की शिवसेना छोड़ देंगे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो जाएंगे।
उस दावे ने चौंकाया
शिवसेना किसकी है? इसे लेकर एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे में संघर्ष चल रहा है। बागी विधायकों की योग्यता और पार्टी चुनाव चिन्ह को लेकर भी कानूनी लड़ाई चल रही है। जलापूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल ने कल एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक चौंकानेवाली जानकारी दी। वे धुले और नंदुरबार के शिंदे समूह के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पाटील ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने लोगों की सुपारी लेकर हमने ही शिवसेना को खत्म कर दिया। असफल उम्मीदवारों के लिए टिकट मैनेज किए गए। जीवन भर बालासाहेब ठाकरे की सेवा करने वाले चरण सिंह थापा ने भी उनका साथ छोड़कर हमारे साथ आए हैं। अब मिलिंद नार्वेकर भी आ रहे हैं। शीघ्र उद्धव ठाकरे की शिवसेना को नार्वेकर राम राम कह देंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र मिलिंद नार्वेकर अब शिंदे समूह में शामिल होंगे। गुलाबराव पाटील ने कहा कि यह सच है या नहीं यह कुछ समय में पता चल जाएगा। अगर ऐसा होता है तो शिवसेना और उद्धव ठाकरे के लिए यह एक बड़ा झटका होगा।
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मुख्यमंत्री से मिलाप पर शंका
याद दिला दें कि, बीते दिनों शिंदे गुट के विधायकों ने दावा किया था कि शिवसेना के कुछ और विधायक आकर हमसे मिलेंगे। शिवसेना में सिर्फ बचे खुचे लोग रह जाएंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पिछले एक पखवाड़े में दो बार नार्वेकर के घर जा चुके हैं। वहीं से चर्चा है कि नार्वेकर शिवसेना से अलग हो सकते हैं। दशहरा रैली को लेकर गोरेगांव के नेस्को संकुल में उद्धव ठाकरे ने पिछले दिनों पार्टी के विभागाध्यक्षों की बैठक आयोजित की थी। रवि म्हात्रे उस समय उद्धव ठाकरे के आस-पास थे और उनके पास संगठन की अहम फाइलें थीं। तभी से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि उद्धव ठाकरे के पीए की जिम्मेदारी संभालनेवाले मिलिंद नार्वेकर बगल कर दिए गए हैं और रवि म्हात्रे अब सक्रिय हो गए हैं।