पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी अब दिल्ली की राजनीति में खेला करने के प्रयास में लग गई हैं। दीदी 25 जुलाई को देश की राजधानी दिल्ली में आने वाली हैं। वे यहां कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ ही समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव सहित विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात करेंगी।
ममता बनर्जी की इस मुलाकात को देश की राजनीति के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। समझा जा रहा है कि इन बैठकों में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
बंगाल में बड़ी जीत के बाद पहला दिल्ली दौरा
बंगाल में धमाकेदार जीत दर्ज कर सत्ता की कुर्सी पर एक बार फिर काबिज होने के बाद दीदी का अगला लक्ष्य केंद्रीय राजनीति में सक्रिय होना है। इसके संकेत वे समय-समय पर देती रही हैं। बता दें कि बंगाल में बड़ी जीत हसिल करने के बाद वे पहली बार दिल्ली पहुंच रही हैं।
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जीत बड़ी घटना
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की बड़ी जीत केवल प्रदेश ही नहीं, देश की राजनीति के लिए भी बड़ी घटना मानी जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा के कई अन्य दिग्गज नेताओं के युद्ध स्तरीय चुनाव प्रचार के बावजूद 295 में से 213 सीटों पर टीएमसी की जीत काफी महत्वपूर्ण घटना है। इस चुनाव में ममता बनर्जी सरकार को उखाड़ फेंकने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी को मात्र 77 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
इन पार्टियों ने की थी प्रशंसा
इस धमाकेदार जीत के बाद बिहार के आरजेडी, उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी, महाराष्ट्र की शिवसेना, राकांपा समेत देश की अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी उनकी मुक्त कंठ से प्रशंसा की थी। ममता बनर्जी खुद भी भाजपा को केंद्र से हटाने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ आने का कई बार आह्वान कर चुकी हैं। 25 जुलाई के उनके दौरे को इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।