मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि देश में लोकतंत्र है, क्या हो गया, अगर लोग प्रधानमंत्री से बात करने सड़क पर आ गए। विज ने कहा कि यह स्पष्टीकरण नहीं, प्रधानमंत्री का रास्ता रोकने के षड्यंत्र में संलिप्त होने की स्वीकारोक्ति है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का स्पष्टीकरण कि देश में लोकतंत्र है क्या हो गया अगर लोग सड़क पर प्रधानमंत्री से बात करने के लिए आ गए । यह स्पष्टीकरण नहीं प्रधानमंत्री का रास्ता रोकने के षड्यंत्र में संलिप्त होने की स्वीकारोक्ति है ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) January 7, 2022
मुख्यमंत्री चन्नी ने इसे प्रधानमंत्री की नौटंकी बताते हुए कहा है कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। उनकी जान को कोई खतरा नहीं था। यह लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने के उद्देश्य से किया गया है।
राजनैतिक भूचाल
पंजाब के फिरोजपुर में प्रस्तावित 5 जनवरी की रैली को रद्द होने से देश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। फिरोजपुर रैली स्थल से करीब 30 किमी दूर एक फ्लाीओवर के पास किसानों के विरोध के कारण उनका काफिला 20 मिनट तक रुका रहा और अंत में प्रधानमंत्री ने वहां से लौटने का निर्णय लिया। उसके बाद ने भठिंडा हवाई अड्डे से दिल्ली लौट आए। कांग्रेस जहां इसे लेकर प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी भी सोशल मीडिया पर करारा जवाब दे रही है।
ट्विवट वॉर
पंजाब में 5 जनवरी को करीब 20 मिनट तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर फंसने के बाद से सियासत गरमा गई है। कांग्रेस का आरोप है कि यह एक साजिश है। मौसम खराब होने के साथ ही सभास्थल पर लोगों की भीड़ नहीं जुटने के कारण मोदी ने अपनी रैली रद्द कर दी तथा अब केंद्रीय गृह मंत्रालय इस बारे में पंजाब सरकार से रिपोर्ट के साथ हि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रही है।