रानी बाग में दुर्लभ जानवरों को विदेश से लाने की निविदा में 106 करोड़ रुपये की अनियमितता हुई है और इस निविदा प्रक्रिया को तत्काल रोकने की मांग भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष विधायक मिहीर कोटेचा ने की है।
विधायक कोटेचा ने कहा कि मुंबई महानगर पालिका के ठेकेदारों की टोली अब दुर्लभ प्राणियों को विदेश से लाने की निविदा को लेकर आई है। रानी बाग में ब्लैक जगुआर, चिता, सफेद शेर, चिम्पान्जी जैसे प्राणियों को लाने के लिए मुंबई महानगर पालिका ने निविदा मंगाई है। 100 करोड़ से अधिक की निविदा में विदेशी कंपनी शामिल हो सकती है। इसलिए 185 करोड़ की निविदा को दो भागों में बांटा गया है।
ये भी पढ़ें – वो ऐसा फूटा कि 600 परमाणु बमों की ऊर्जा निकली, जानें टोंगा द्वीप का क्या हुआ?
अनियमितता का आरोप
विधायक कोटेचा ने कहा कि, इस निविदा में अनियमितता हो रही है, निविदा रकम से अधिक निविदा भरी जाएगी ऐसा पत्र महापालिका आयुक्त को 20 अक्टूबर के दिन भेजा था। विनोद मिश्रा ने भी ऐसा ही एक पत्र महापालिका आयुक्त को 21 अक्टूबर के दिन भेजा था। 29 नवंबर को निविदा खुलने पर उस समय हमारे द्वारा व्यक्त किया गया डर सही साबित हुआ। हाइ वे और स्काई वे नामक कंपनियों ने 106 करोड़ से अधिक राशि की निविदा को प्रस्तुत किया है। 188 करोड़ की बोली के लिए 294 करोड़ की निविदा को प्रस्तुत किया गया है।
लिखित शिकायत की गई
इस संदर्भ में हमने हफ्तारोधी प्रतिबंधक विभाग के पास लिखित स्वरूप में शिकायत की है। इस प्रक्रिया की जांच का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। अभी मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत महापालिका के सेवानिवृत्त उपायुक्त ‘भ्रष्टाचार का महामार्ग’ तैयार कर रहे हैं। ऐसा आरोप विधायक कोटेचा, विनोद मिश्रा, नगरसेविका राजश्री शिरवडकर ने लगाया है।