शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा है कि यूक्रेन में अमेरिका सहित किसी भी देश के बच्चे नहीं फंसे। उन्होंने सावल किया कि केवल हमारे ही बच्चे वहां क्यों फंसे हैं। हमारे बच्चे ही यूक्रेन में मार खा रहे हैं और केंद्र सरकार चुनाव प्रचार में व्यस्त है।
राउत ने कहा कि देर से जगी केंद्र सरकार कुछ बच्चों को वापस लाकर आत्मप्रशंसा में लगी है, जबकि इसके पहले भी विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाया गया था। तब किसी भी तरह का गाजा-बाजा नहीं बजा था। बच्चों को तथा फंसे लोगों को वापस लाने पर राजनीति नहीं की गई थी।
सरकार पर ध्यान नहीं देने का आरोप
संजय राऊत ने 2 मार्च को पत्रकारों से कहा कि रूस व यूक्रेन में होने वाले युद्ध की आशंका को भांप कर सभी देशों ने अपने बच्चों तथा नागरिकों को वहां से निकाल लिया था। इसके विपरीत हमारी केंद्र सरकार का इस तरफ ध्यान ही नहीं गया। सरकार के सभी मंत्री राज्यों में होने वाले चुनावों में लगे रहे, उन्हें अपने कर्तव्य का अहसास ही नहीं हुआ। हमले के बाद जब विदेशी मीडिया भारतीय छात्रों की आवाज उठाने लगा तो केंद्र सरकार की नींद टूटी। हमारे बच्चे यूक्रेन में मार खा रहे हैं, खाने को कुछ नहीं मिल रहा है। एक बच्चे की मौत तक हो गई है। इतना सब कुछ होने पर भी केंद्र सरकार बच्चों की मौत व यातना पर राजनीति कर रही है।
सोमैया से सवाल
संजय राउत ने किरीट सोमैया पर सवाल दागते हुए कहा कि अगर उन्होंने कुछ किया ही नहीं, तो बेल के लिए दरबदर क्यों भटक रहे हैं।
सोमैया पर आरोप
संजय राउत ने कहा कि बहुत जल्द किरीट सोमैया, उनके बेटे नील सोमैया तथा सेंट्रल एजेंसी के कई अधिकारी जेल जाएंगे। जब हमने सोमैया पर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया था, तब उन्होंने कहा था कि आरोप बेबुनियाद और तथ्यहीन हैं। जब आरोप बेबुनियाद तथा तथ्यहीन हैं, तो किरीट और उनका बेटा बेल के लिए भाग-दौड़ क्यों कर रहे हैं। संजय राऊत ने कहा कि न्यायालय सरकारी वकील ने किरीट से पूछा था कि कहीं आपको पीएमसी घोटाले में गिरफ्तार होने का डर तो नहीं है।
महाराष्ट्र सरकार के पास भी है जांच एजेंसी
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के पास भी जांच एजेंसी है, जांच करने का अधिकार है। किसी भी तरह का अपहरण, वसूली, फिरौती करने वालों पर मामला दर्ज कर छानबीन की जा सकती है। सेंट्रल एजेंसी के नाम पर रंगदारी वसूलने वालों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उनकी छानबीन की जाएगी।