मुंबई के वर्ली में युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। यहां के 3000 शिवसैनिक शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। वर्ली आदित्य ठाकरे का निर्वाचन क्षेत्र है और 2 अक्टूबर को ठाकरे के किले में सेंध लगा दी।
3000 शिवसैनिक शिंदे गुट में शामिल
ठाकरे के निर्वाचन क्षेत्र में दशहरा रैली के मद्देनजर हजारों शिवसैनिक शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। इससे पहले भी शिवसेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना मुश्किल में है। नेताओं-कार्यकर्ताओं में भगदड़ जारी है। इसे रोकना शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के सामने अब बड़ी चुनौती है। 2 अक्टूबर की सुबह ही वर्षा बंगले के बाहर बड़ी संख्या में कोली बंधु जमा हो गए थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में करीब 3000 कोली समाज के लोग शिंदे गुट में शामिल हो गए। इससे पहले कोली बंधुओं ने आदित्य ठाकरे से कई मांगें की थीं। लेकिन वे पूरी नहीं हुईं। इस कारण उन्होंने शिंदे गुट का दामन थाम लिया है।
अभी लगते रहेंगे झटके
शिंदे गुट की नेता किरण पावस्कर ने इस संबंध में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह आदित्य ठाकरे या शिवसेना के लिए बड़ा झटका नहीं है। अभी तो इससे बड़े और झटके लगने बाकी हैं। कई और लोग जल्द ही शिंदे गुट से जुड़ेंगे। नागरिकों को लगता है कि एकनाथ शिंदे ही लोगों के सच्चे मुख्यमंत्री हैं।