Murshidabad Violence: मारे गए पिता-पुत्र के परिजनों ने ठुकराया सरकारी मुआवजा, यहां जानें क्यों

पीड़ित परिवार का कहना है कि अब मुआवज़े का कोई मतलब नहीं बचा, क्योंकि जिन दो अनमोल जिंदगियों को उन्होंने खोया है, वे कभी लौटकर नहीं आएंगी।

136

Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद जिले (Murshidabad district) में बीते दिनों सांप्रदायिक हिंसा (communal violence) में मारे गए हरगोबिंद दास (Hargobind Das) और उनके बेटे चंदन दास (Chandan Das) के परिजनों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) द्वारा घोषित मुआवज़े को लेने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि अब मुआवज़े का कोई मतलब नहीं बचा, क्योंकि जिन दो अनमोल जिंदगियों को उन्होंने खोया है, वे कभी लौटकर नहीं आएंगी।

मृतकों के परिवार के मुताबिक यदि पुलिस समय पर पहुंच जाती तो शायद वे बच जाते। अब जब वे नहीं रहे तो इस मुआवज़े का हमारे लिए कोई मूल्य नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि हिंसा के बाद इलाके में भय का माहौल अभी भी बना हुआ है। 15 अप्रैल को पिता-पुत्र के श्राद्ध में जरूरी कर्मकांड कराने के लिए पुजारी और नाई भी डर के कारण नहीं पहुंचे।

यह भी पढ़ें- Delhi: दिल्ली सरकार के रडार में लाउडस्पीकर, जानें क्या दिया निर्देश

हिंसा के चलते विस्थापित
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग की एक टीम शुक्रवार या शनिवार को कोलकाता पहुंचेगी और उन परिवारों की महिला सदस्यों से बातचीत करेगी जो इस हिंसा के चलते विस्थापित हुई हैं। टीम मुर्शिदाबाद जिले के ज़िलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से भी मिलकर हिंसा के बारे में जानकारी प्राप्त करेगी।

यह भी पढ़ें- Train Derailment attempt: लखनऊ में ट्रेन हादसे की साजिश नाकाम, जांच शुरू

हिंसक विरोध प्रदर्शन
उल्लेखनीय है कि मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके में 12 अप्रैल को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की घर में घुसकर हत्या कर दी थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मुस्लिम समुदाय के इमामों और धार्मिक नेताओं के साथ बैठक के दौरान हिंसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को दस लाख रुपये मुआवज़ा देने की घोषणा की थी। लेकिन गुरुवार को मृतकों के परिजनों ने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.