नोबल पुरस्कार विजेता और आंग सान सूकी को सैन्यशासित म्यांमार के न्यायाय ने भ्रष्टाचार का दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई है। म्यांमार के एक विधि अधिकारी ने बताया कि अपदस्थ नेता आंग सान सूकी को भ्रष्टाचार के पहले मामले में पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई है। म्यांमार की सैन्य सरकार सूकी के खिलाफ मुकदमों की सुनवाई बंद कमरे में करवा रही है।
सेना ने कर दिया था तख्तापलट
सूकी को पिछले साल फरवरी में सेना के तख्तापलट के बाद हटा दिया गया था। अब उन्हें 15 साल तक की जेल और जुर्माने का सामना करना पड़ रहा है। सूकी के खिलाफ भ्रष्टाचार के 11 आरोपों में से यह पहला केस है। इन मामलों में प्रत्येक में अधिकतम 15 साल की सजा का प्रावधान है।
समर्थकों ने की निंदा
आंग सान सूकी के समर्थकों और स्वतंत्र विधि विशेषज्ञों ने सजा के फैसले की निंदा करते हुए इसे अनुचित ठहराया है। इन लोगों ने इस फैसले को 76 वर्षीय सूकी को राजनीति से हटाने के मकसद से उठाया गया कदम बताया है। उन्हें अन्य मामलों में पहले ही छह साल कैद की सजा सुनाई जा चुकी है।