शिवसेना उद्धव ठाकरे से गठबंधन के विषय में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने फिर अपना पक्ष स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा है कि, ठाकरे की शिवसेना से उनका नैसर्गिक गठबंधन नहीं है। अब गठबंधन जारी रखने पर हाइकमान निर्णय लेगा।
सत्ता में साथ रहने के बाद भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का उद्धव ठाकरे की शिवसेना से कभी नहीं पटा। वे अंबादास दानवे की नियुक्ति हो या वर्तमान में छिन्नभिन्न शिवसेना की एमसीए चुनाव में स्थिति, वे लंबे काल से नाराज ही रहे और टिप्पणियां करते रहे। गुरुवार को नाना पटोले ने फिर दोहराया कि महाविकास आघाड़ी में उनकी साथी रही उद्धव ठाकरे की शिवसेना से जो गठबंधन है वह नैसर्गिक नहीं है।
उस दोस्ती का बुरा मान गए
नाना पटोले ने कहा है कि, कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और उसका साथ देनेवाले दलों की विरोधी है। पिछले दिनों मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना उद्धव ठाकरे और भाजपा का गठबंधन था। ऐसी स्थिति में भाजपा का साथ देनेवाले दलों से आगे गठबंधन जारी रखा जाए या नहीं, इसका निर्णय हाइकमान लेगा।