प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के पहले मेगा मंत्रिमंडल विस्तार में समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। यह भारत के सबसे अधिक युवा मंत्रियों की भी ब्रिगेड है। इसमें अधिवक्ता, डॉक्टर, अभियंता और पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों का समावेश है।
शोषित, वंचित, पीड़ित और आदिवासी पर ध्यान
मोदी-2 के मेगा मंत्रिमंडल विस्तार में शोषित, वंचित, पीड़ित और आदिवासी के मंत्र पर भी लक्ष्य केंद्रित किया गया है। जिसमें ओबीसी मंत्रियों की संख्या 27, अनुसूचित जाति के 12, अनिसूचित जनजाति के 8, अल्पसंख्यक समाजे से 5 मंत्री, और महिला मंत्रियों की संख्या 11 है।
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ऐसे हैं मोदी मंत्रिमंडल रत्न
मंत्रिमंडल में 14 मंत्री 50 वर्ष से कम आयु के है, जिनमें से 6 कैबिनेट मंत्री बने हैं। अब मंत्रियों की औसत आयु लगभग 58 वर्ष है जो अब तक के इतिहास में सबसे युवा मंत्रीमंडल है।
अनुभव पुस्तिका
इस सरकार में 4 केंद्रीय मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री हैं। जिसमें नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल का नाम प्रमुख है। 18 पूर्व मंत्री हैं और 39 पूर्व विधायक हैं।
इस मंत्रिमंडल में 13 अधिवक्ता, 6 डॉक्टर, 5 अभियंता, 7 पूर्व प्रशासनिक अधिकारी हैं।