लोकसभा (Lok Sabha) और विधानसभा (Assembly) में महिलाओं (Women) को 33 फीसदी आरक्षण (Reservation) देने वाला ‘नारी शक्ति वंदन’ बिल (Nari Shakti Vandan Bill) संसद (Parliament) के विशेष सत्र (Special Session) में चर्चा के लिए लाया गया। बिल लोकसभा में पास हो गया। फिर गुरुवार 21 सितंबर को राज्यसभा (Rajya Sabha) में इस बिल पर चर्चा हुई। रात 10 बजे बिल सर्वसम्मति (Consensus) से पास हो गया।
इस पर रात 10 बजे तक सभी सदस्यों ने चर्चा की, जिसके बाद बिल को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इस समय विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को आरक्षण दिया जाना चाहिए और एक निश्चित तारीख बताई जानी चाहिए कि विधेयक कब लागू होगा।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: स्टील फैक्ट्री में धमाका, 17 मजदूर घायल
प्रधानमंत्री बिल को जरूर लागू करेंगे: मेघवाल
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कानून और न्याय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बिल को जरूर लागू करेंगे, वे जो कहते हैं वो करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इस बिल से बनी भावना देशभर में समाज के हर वर्ग तक पहुंचेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बिल के प्रति सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक प्रतिक्रिया महिला सशक्तिकरण के लिए सहायक है।
राज्यसभा में पीएम मोदी का संबोधन
पीएम मोदी ने कहा कि इस बिल पर दो दिनों से अहम चर्चा हो रही है। सभी साथियों से सार्थक चर्चा हुई है। आगे भी इस चर्चा का एक-एक शब्द हमारी यात्रा में काम आने वाला है। मैं इस बिल का समर्थन करने के लिए सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
महिला आरक्षण बिल के पक्ष में पड़े 215 वोट
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े। इस बिल के विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने इसे ऐतिहासिक जीत बताया।
देखें यह वीडियो-
Join Our WhatsApp Community