पिछले कई दिनों से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। इस कारण महाविकास आघाड़ी सरकार के नेता ही नहीं, कांग्रेस के कुछ नेता भी उनसे नाराज हैं। नाना पिछले कई दिनों से अपने सहयोगियों की आलोचना कर रहे हैं और आत्मनिर्भरता के नारे लगा रहे हैं। लेकिन अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने नाना की बयानबाजी पर खुलकर नाराजगी जताई है।
13 जुलाई को पवार ने मुंबई में अपने आवास सिल्वर ओक पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान पवार ने नाना को लेकर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की।
पवार ने ये कहाः
पवार ने बैठक में कांग्रेस नेताओं से स्पष्ट रुप से कहा कि अगर आपने अलग से चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है, तो हमें स्पष्ट कर दें, ताकि हम भी तैयारी शुरू कर दें। पवार ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर दिल्ली से ऐसा कुछ आदेश है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है और अगर नाना पटोले को ऐसा अधिकार दिया गया है तो भी हमें कोई परेशानी नहीं है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी के विस्तार को लेकर पवार की कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि सरकार में शामिल पार्टियों को चोट पहुंचाना उचित नहीं है।
शिवसेना पर निशाना
बता दें कि नाना ने हाल ही में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शिवसेना के साथ ही राकांपा पर भी निशाना साधा था। उन्होंने पुणे में कहा था कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने शिवसैनिकों को आत्मनिर्भर बनने का नारा देते हुए काम शुरू करने को कहा है लेकिन अगर मैंने आत्मनिर्भरता का नारा दिया, तो उन्हें भुगतना पड़ेगा।
राकांपा पर निशाना
इसके साथ ही नाना ने राकांपा पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पुणे के पालक मंत्री बारामती से हैं, वह किसी कांग्रेस कार्यकर्ता के काम पर नहीं आते। यदि आप कमेटी में रहना चाहते हैं, तो पालक मंत्री के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है। नाना पटोले ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि आप पालक मंत्री से परेशानी को अपनी ताकत बनाएं और कांग्रेस का पालक मंत्री बनाएं।
ये भी पढ़ेंः पाक-चीन भारतीयों के ही पैसों का ऐसे कर रहे हैं भारत के खिलाफ इस्तेमाल!
बारामती के लिए योजना बनानी है
नाना ने शरद पवार के गृह नगर बारामती को लेकर कहा था कि बारामती में कांग्रेस का एक बड़ा तबका है। मुझे उनके लिए योजना बनानी है। मैं वहां हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लोगों के आक्रोश से वाकिफ हूं। अगर हमें आगे जाना है, तो हमें दुश्मन के घर जाकर काम करना होगा।
वह छोटा आदमी- पवार
नाना के बयान को लेकर शरद पवार पहले ही नाना को तमाचा जड़ चुके हैं। नाना के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा था, मुझे परवाह नहीं है। वे छोटे आदमी हैं, मैं उनके बारे में क्यों बात करूं? अगर सोनिया गांधी ने कुछ कहा होता तो मैं प्रतिक्रिया देता।