बिहार में तीनों चरण के मतों की गिनती जारी है। मिल रहे रुझान में एनडीए और महागठबंधन में कांटे की टक्कर दिख रही है। सुबह से बढ़त बनाए हुए महागठबंधन को पछाड़कर अब एनडीए आगे निकल गई है। इस वजह से बिहार विधान सभा चुनाव के नतीजों को लेकर लोगों में दिलचस्पी बढ़ गई है। महागठबंधन की अगुआई कर रही आरजेडी के खेमे में उत्साह का माहौल है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता तेजस्वी को मुख्यमंत्री के रुप में देखने को बेताब हैं। लेकिन यह राह इतनी आसान नहीं है। चुनाव के रुझान को देखते हुए ऐसा अनुमान है कि एनडीए या महागठबंधन के सत्ता की कुर्सी पर पहुंचने के लिए चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हालांकि अभी ग्रामीण इलाकों के मतों कि गिनती बाकी है और अभी से कुछ कह पाना मुश्किल है। एनडीए की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी जेडीयू से आगे चल रही है। अब सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि अगर एनडीए में बीजेपी ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करती है तो भी क्या नीतीश कुमार की चौथी बार मुख्यमंत्री के पद पर ताजपोशी होगी? बिहार से मिल रही खबरों के अनुसार रुझान के दौरान बीजेपी को अधिक सीटें मिलने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि चुनाव प्रचार दौरान गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नाड्डा यह ऐलान कर चुके हैं कि बीजेपी को ज्यादा सीटें आने की हालत में भी एनडीए को बहुमत मिलने पर नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन राजनीति में हालात के हिसाब से वादे और इरादे बदलते रहते हैं।
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दूसरी ओर अगर महागठबंधन को बहुमत मिलता है तो तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री तय है। कुछ सीटें कम आने की हालत में महागठबंधन को चिराग पासवान की लोजपा का सपोर्ट भी मिल सकता है। लेकिन महागठबंधन के लिए दिल्ली अभी दूर है। एग्जिट पोल के नतीजों में भले ही उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया गया हो, लेकिन पिक्चर का रियल क्लाइमैक्स अभी शुरू हुआ है और इसका समापन एग्जिट पोल के अनुमान से अलग होने की पूरी संभावना है।
खास बातेंः
बिहार विधानसभा में कुल सीटेंः 243
मैजिक नंबरः 122
वर्तमान एनडीए सरकार के कार्यकाल की समाप्ति की अंतिम तारीखः 29 नवंबर
2015 में किसको, कितनी सीटें
आरजेडीः 80, जेडीयूः 71, कांग्रेसः 27, बीजेपीः 53