नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली परेशानी में फंस गए हैं। उनकी यह परेशानी कोरोना के कारण बढ़ी है। अल्पमत में चल रही ओली सरकार के विश्नास मत प्राप्त करने से पहले ही उनकी सरकार के चार मंत्री सहित 26 सांसद कोरोना संक्रमित हो गए हैं। विश्नास मत प्राप्त करने के लिए 10 मई का दिन निश्चित किया गया है।
विश्नास मत प्राप्त करने के लिए विशेष सत्र बुलाए जाने से पहले सभी सासंदों का पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है। बड़ी संख्या में सांसदों के संक्रमित पाए जाने से पीएम ओली के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। संक्रमितों में चार मंत्री समेत 26 सांसद शामिल हैं। संक्रमित चार मंत्रियों में से दो अभी सांसद नहीं हैं।
वोटिंग व्यवस्था
सांसदों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी संसद सचिव गोपाल नाथ ने दी। उन्होंने बताया कि इन सांसदों की वोटिंग व्यवस्था का निर्णय स्पीकर करेंगे।
ये भी पढ़ेंः हिमंत बिस्व सरमा बनेंगे असम के अगले सीएम, सस्पेंस खत्म!
माओवादी सेंटर ने समर्थन वापस लिया
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में कार्यरत सरकार के विश्वास मत हासिल करने के लिए राष्ट्रपति ने विशेष सत्र बुलाया है। बता दें कि सरकार में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल ( माओवादी सेंटर) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। इस धड़े का नेतृत्व पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड कर रहे हैं।
ये भी पढ़ेंः हिंदू लाइव्स मैटर… ममता राज की निर्ममता पर खड़े हुए 30 देश और 50 शहर के भारतीय
सरकार बचाने के लिए 136 मतों की जरुरत
वर्तमान में नेपाल के निचले सदन में 271 सदस्य विश्नास मत में भाग लेंगे। पीएम ओली को अपनी सरकार बचाने के लिए 136 मतों की आवश्यकता है। इस बीच नेपाल में कोरोना संक्रमण उफान पर है। इसके लिए पीएम ओली ने संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों से मदद की अपील की है।