Nepal : सत्तारूढ़ दल नेपाली कांग्रेस और माओवादी के बीच विवाद(Dispute between ruling party Nepali Congress and Maoists) बढ़ता ही जा रहा है। राष्ट्रीय सभा अध्यक्ष के चुनाव(Election of National Assembly President) में दोनों दलों ने अपना अपना अलग उम्मीदवार खड़ा करने के निर्णय(Decision to field a separate candidate) के बाद अगले महीने होने वाले संसदीय उपचुनाव (parliamentary by-election) में भी अकेले ही चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।
माओवादी पार्टी के उपाध्यक्ष तथा प्रवक्ता अग्नि सापकोटा ने कहा है कि 12 मार्च को होने वाले राष्ट्रीय सभा अध्यक्ष के निर्वाचन में माओवादी ने अपना उम्मीदवार खड़ा करने का निर्णय करने की जानकारी दी है। सापकोटा ने बताया कि आने वाले इलाम संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में भी पार्टी अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। उन्होंने कहा कि नेपाली कांग्रेस ने गठबंधन में रहते हुए जब अलग ही चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है तब माओवादी के पास कोई विकल्प ही नहीं बचा है।
कांग्रेस पार्टी ने जताई नाराजगी
माओवादी के इस फैसले पर कांग्रेस ने आश्चर्य व्यक्त किया है। कांग्रेस पार्टी के महामंत्री विश्वप्रकाश शर्मा ने कहा है कि गठबंधन की बैठक में जब पहले इस बात का फैसला कर लिया गया है कि राष्ट्रीय सभा का अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी को दिया जाएगा तो अब आकर माओवादी पार्टी की तरफ से अपना उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय सभा का अध्यक्ष पद देने की सहमति के बाद ही पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्ण प्रसाद सिटौला को चुनाव मैदान में उतारा गया था। शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला अगले आमचुनाव के समय का है। इस समय कांग्रेस गठबंधन को निरंतरता देने के पक्ष में ही है।
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बाहर आया गठबंधन का विवाद
गठबंधन के भीतर आपसी विवाद के सतह पर आने के बाद प्रमुख विपक्षी दल ने इस पर व्यंग्य किया है। विपक्षी दल के नेता केपी शर्मा ओली ने कहा है कि वर्तमान सत्ता गठबंधन पानी के बुलबुले की तरह है, जो अपने आप ही फूट जाएगा। ओली ने कहा कि राष्ट्रीय सभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर पार्टी कोई भी फैसला उम्मीदवारी होने के बाद ही करेगी।