2024 की महत्वपूर्ण चुनावी लड़ाई के लिए विपक्ष द्वारा मंच तैयार किया जा रहा है। विपक्षी दल भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को हराने के लिए संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी रणनीति के तहत, विपक्ष का I.N.D.I.A 31 अगस्त से 1 सितंबर तक मुंबई में अपनी तीसरी बैठक करने वाला है। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है। हालांकि अभी तक इस पर कोई स्पष्टता नहीं है कि I.N.D.I.A का संयोजक किसे बनाया जाएगा।
बता दें कि इस बार विपक्ष को एकजुट करने की पहल बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने की है। इसलिए समझा जा रहा था कि वे विपक्षी मोर्चा के संयोजक बन सकते हैं, लेकिन अब उन्होंने इस पद को लेकर अपनी अनिच्छा जताई है। उन्होंने 28 अगस्त को पटना में कहा है कि वे I.N.D.I.A के संयोजक या कोई भी पद नहीं लेना चाहते हैं। वे केवल विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि जेडीयू के कई नेता नीतीश कुमार को I.N.D.I.A के संयोजक के साथ ही प्रधानमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। पार्टी के बड़े नेता श्रवण कुमार और जमा खान इस बारे में खुलकर बातें करते रहे हैं, लेकिन लगता है कि नीतीश कुमार अपने सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते, उससे पहले ही आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने खेला कर दिया है।
लालू कर गए खेला
दरअस्ल पटना में जब विपक्षी दलों की पहली बैठक हुई थी तो लालू यादव ने इशारों-इशारों में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में समर्थन देने की बात कह दी थी। लालू यादव ने राहुल गांधी को कहा था कि आप दूल्हा बनिये, हम बाराती बनने के लिए तैयार हैं। हालांकि बातें मजाक में कही गई लतगी हैं, लेकिन उसका राजनीतिक अर्थ निकाला जा रहा है। लालू यादव नहीं चाहते कि नीतीश कुमार विपक्षी दलों के संयोजक बनें और फिर प्रधानमंत्री की दावेदारी पेश करें। राजनीति के जानकारों का मानना है कि लालू यादव नीतीश कुमार के कद को बढ़ते देखना नहीं चाहते। वे हमेशा से कांग्रेस के साथ रहने और गठबंधन करने में कंफर्टेबल महसूस करते रहे हैं। लालू यादव को नीतीश पर अधिक भरोसा कभी नहीं रहा। इसलिए वे नीतीश कुमार के कद को सीमित रखना चाहते हैं।
नीतीश का सपना चकनाचूरः सुशील मोदी
भाजपा सांसद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस बारे में कहा है कि लालू यादव ने नीतीश कुमार का सपना चकनाचूर कर दिया है। उन्होंने राहुल गांधी को विपक्ष का दूल्हा बताकर पहले ही नीतीश कुमार का सपना तोड़ दिया है। नीतीश कुमार अब पीएम तो दूर विपक्षी गठबंधन के संयोजक भी नहीं बन सकते।
नीतीश कुमार ने किया स्पष्ट
नीतीश कुमार इस बात को अच्छी तरह समझ रहे हैं। इसलिए उन्होंने पहले ही I.N.D.I.A के संयोजक बनने से मना कर दिया है। कुमार ने 28 अगस्त को संवाददाताओं से कहा, “मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता। मैं यह बात आपसे बार-बार कहता रहा हूं। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं।”
मुंबई में बैठक
बता दें कि I.N.D.I.A की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में महत्वपूर्ण बैठक होनी है। इस बैठक में नीतीश कुमार भी शामिल होंगे, इसकी पुष्टि उन्होंने कर दी है। समझा जा रहा है कि इस बैठक में I.N.D.I.A. के संयोजक की घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही संगठन का लोगों का भी लोकार्पण किया जाएगा। समझा जा रहा है कि I.N.D.I.A का संयोजक चाहे कोई भी हो, विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के दावेदार राहुल गांधी ही होंगे। हालांकि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से उतरने की घोषणा कर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। इस स्थिति में विपक्षी गठबंधन का क्या भविष्य होगा, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है।