Bihar: जनता दल यूनाइटेड(Janata Dal United) में पिछले दो दिनों से अंतर्कलह(Internal strife) देखने को मिल रही। ललन सिंह के इस्तीफे के बाद दिल्ली में 30 दिसंबर को पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Chief Minister Nitish Kumar) के सामने ही बिहार सरकार में मंत्री एवं जदयू के उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रवण कुमार(Minister in Bihar Government and Uttar Pradesh in-charge of JDU Shravan Kumar) और उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सत्येंद्र पटेल (Uttar Pradesh President Satyendra Patel)के बीच बहस हो गई, जिसे मुख्यमंत्री ने खुद सुलझाया। अब इसके बाद लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट को लेकर घमासान(Controversy over Sitamarhi seat) की स्थिति बन गयी है।
सीतामढ़ी सीट को लेकर जेडीयू में घमासान
दरअसल, नीतीश कुमार ने जदयू अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद लोकसभा चुनाव 2024(Lok Sabha Election 2024) को लेकर सीतामढ़ी संसदीय सीट पर जदयू उम्मीदवार के रूप में देवेश चंद्र ठाकुर के नाम की घोषणा(Announcement of name of Devesh Chandra Thakur as JDU candidate) की है। देवेश चंद्र ठाकुर मौजूदा समय में बिहार विधान परिषद के सभापति हैं। सीतामढ़ी से मौजूदा सांसद भी जदयू के सुनील कुमार पिंटू हैं लेकिन पिंटू की जगह अब नीतीश कुमार ने देवेश चंद्र ठाकुर के नाम की घोषणा कर दी है, जिसका विरोध पिंटू कर रहे हैं।
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ठाकुर ने चुनाव लड़ने की दिखाई तैयारी
देवेश चंद्र ठाकुर ने 30 दिसंबर को कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की है। वे चुनाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जदयू सांसद पिंटू के साथ उनके मधुर रिश्ते हैं। वे उन पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। जदयू ने सीतामढ़ी को लेकर जो फैसला किया है वह उसके साथ हैं।
सुनील कुमार पिंटू ने दिखाया बगावती तेवर
देवेश चंद्र ठाकुर की उम्मीदवारी की घोषणा होते ही सुनील कुमार पिंटू ने विरोध में खड़े होने का इशारा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी नीतीश कुमार फैसला किए हैं, सीता मां का फैसला बाकी है। हालांकि, उन्होंने अभी यह साफ तौर नहीं कहा कि जदयू से टिकट नहीं मिलने पर वे निर्दलीय या किसी अन्य दल से सीतामढ़ी से चुनाव में उतरेंगे या नहीं। उन्होंने समय आने पर बताने का इशारा किया।