मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (Opposition Alliance) ‘इंडिया’ की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) गुरुवार (10 अगस्त) को लोकसभा (Lok Sabha) में गिर गया। केंद्र सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया। ऐसा इसलिए भी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के भाषण के दौरान विपक्षी दलों ने वॉकआउट (Walkout) कर दिया।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम ने कहा, ”2018 में सदन के नेता के तौर पर मैंने उन्हें 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लाने का काम सौंपा था।” अब मैं उन्हें 2028 में इसे लाने का काम दे रहा हूं, लेकिन कम से कम थोड़ी तैयारी करके आएं। ताकि जनता को लगे कि कम से कम वो विपक्ष के लायक तो हैं।
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#WATCH | No Confidence Motion defeated in the Lok Sabha through voice vote. https://t.co/hRwQT75Z6n pic.twitter.com/SfPOzCEFNO
— ANI (@ANI) August 10, 2023
2018 में पीएम मोदी ने क्या कहा था?
2018 में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष 2023 में भी अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। अब पीएम मोदी ने एक बार फिर 2024 चुनाव में जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ने का दावा किया है और कहा है कि विपक्ष 2028 में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा।
विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव पहले ही गिरना तय था क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास बहुमत है। वहीं, विपक्षी दलों के पास कोई निश्चित संख्या नहीं है। हालांकि, विपक्षी दल कह रहे हैं कि मणिपुर मुद्दे पर संसद में पीएम मोदी के बयान को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में अगर हार जाता तो पीएम समेत पूरी मंत्रिपरिषद को इस्तीफा देना पड़ता।
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