पूर्वोत्तर और मणिपुर का खेल परंपरा को आगे ले जाने में अहम योगदान, प्रधानमंत्री मोदी ने दिया ये सुझाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक अग्रणी खेल देश के रूप में खुद को स्थापित करने में तभी सक्षम होगा, जब ऐसे प्रयासों को सर्वांगीण बना दिया जायेगा।

226

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इम्फाल, मणिपुर में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रियों के ‘चिंतन शिविर’ को वीडियो संदेश के माध्यम से सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर और मणिपुर ने देश में खेल परंपरा को आगे ले जाने में अहम योगदान किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर देश की सांस्कृतिक विविधता में नये रंग भरता है और देश की खेल विविधता को नये आयाम देता है।

समस्त हितधारकों की भागीदारी महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह देश के हर प्रतिभावान खिलाड़ी को बेहतर खेल अवसंरचना उपलब्ध कराये। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करने पर जोर दिया। खेलो इंडिया योजना का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना से निश्चित रूप से जिला स्तर पर खेल अवसंरचना में सुधार आया है। उन्होंने ब्लॉक स्तर पर भी सुधार किये जाने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि निजी सेक्टर सहित समस्त हितधारकों की भागीदारी महत्वपूर्ण है।

ये भी पढ़ें- प्रधानमंत्री 28 अप्रैल को करेंगे बिहार के नौ एफएम केन्द्र का उद्घाटन, ये है उद्देश्य

यह क्षेत्र राष्ट्र के लिये बड़ा प्रेरणा-स्रोत
प्रधानमंत्री ने यह सुझाव भी दिया कि राष्ट्रीय युवा उत्सव को इस तरह आकार दिया जाये कि वह ज्यादा कारगर हो सके। उन्होंने कहा कि राज्यों में होने वाले ऐसे कार्यक्रम औपचारिकता बनकर न रह जायें। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक अग्रणी खेल देश के रूप में खुद को स्थापित करने में तभी सक्षम होगा, जब ऐसे प्रयासों को सर्वांगीण बना दिया जायेगा। पूर्वोत्तर में खेलों में किये जाने वाले विकास को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र राष्ट्र के लिये बड़ा प्रेरणा-स्रोत है। उन्होंने बताया कि खेल अवसंरचनाओं से जुड़ी 400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनायें आज पूर्वोत्तर के विकास को नई दिशा दे रही हैं।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.