नेपाल में लगभग यह तय हो गया कि सीपीएन (एमसी) के नेतृत्व वाला पहले का गठबंधन फिर से बहाल हो जाएगा। इस गठबंधन की तीन अन्य पार्टियों में नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (यूएस) और जनता समाजवादी पार्टी हैं।
प्रधानमंत्री एवं सीपीएन (एमसी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के सरकारी आवास पर 24 फरवरी को चारों दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार उतारने पर सैद्धांतिक सहमति बनी। बैठक में पुराने गठबंधन को निरंतरता देने के लिए सैद्धांतिक समझौता भी किया गया। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
बैठक में चारों पार्टियों के नेता उपस्थित
चारों दलों की बैठक में मौजूद रहे एक नेता ने बैठक के बाद बताया कि नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (एमसी), सीपीएन (यूएस) और जनता समाजवादी पार्टी फिर साथ आने पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गई हैं। चारों दलों ने राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार खड़ा करने पर सहमति जताई है। अभी उम्मीदवार तय नहीं हो पाया है। दूसरी बैठक में उम्मीदवार के नाम पर फैसला होगा। नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौडेल ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर साझा उम्मीदवार तय करने के लिए हम प्रयासरत हैं।
खास बातेंः
-विश्वस्त सूत्रों के अनुसार बैठक में नेपाली कांग्रेस और सीपीएन (यूएस) ने राष्ट्रपति पद का दावा किया है। नेपाली कांग्रेस ने प्रस्ताव दिया कि सीपीएन (यूएस) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल को एक साल के लिए प्रधानमंत्री बनाया जाए।
-बैठक में प्रधानमंत्री प्रचंड, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, सीपीएन (यूएस) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल, जनता समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र यादव समेत प्रमुख नेता मौजूद रहे।
-नेपाल में प्रतिनिधि सभा के पिछले साल 20 नवंबर को हुए चुनाव में इन चार दलों ने गठबंधन कर भाग लिया था। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के चलते गठबंधन टूट गया था। अब राष्ट्रपति पद के मुद्दे को लेकर ये चारों दल एक बार फिर साथ आ रहे हैं।
-इन चारों दलों का गठबंधन बहाल होने की स्थिति में सीपीएन (यूएमएल) के प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को तगड़ा झटका लगेगा। सीपीएन (यूएमएल) प्रचंड के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन की प्रमुख सहयोगी है।
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