उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आश्वासन मिलने के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक कैलास पाटिल ने 30 अक्टूबर को 7वें दिन अपना अनशन खत्म कर दिया है। इसके बाद वह विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे के साथ खेत में जाकर किसानों से मिले। उनके साथ उस्मानाबाद के जिलाधिकारी भी उपस्थित थे।
फसल बीमा समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर उस्मानाबाद के विधायक कैलास पाटिल कलेक्टर कार्यालय के सामने भूख हड़ताल कर रहे थे। विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने 30 अक्टूबर की सुबह अनशन स्थल पर कैलास पाटिल से मुलाकात की। इसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फोन पर कैलास पाटिल और अंबादास दानवे से चर्चा की और उनकी सभी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद कैलास पाटिल ने उद्धव ठाकरे से चर्चा करने के बाद अपना अनशन 7वें दिन खत्म कर दिया है।
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आफिस के सामने भूख हड़ताल की शुरू
दरअसल, उस्मानाबाद जिले के किसानों के लिए फसल बीमा, भारी वर्षा मुआवजे की मांग को लेकर विधायक कैलास पाटिल ने कलेक्टर आफिस के सामने भूख हड़ताल शुरू की थी। उनकी भूख हड़ताल को कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी समर्थन दिया था। सांसद ओमप्रकाश राजे निंबालकर ने कहा कि उस्मानाबाद जिले से 282 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर मिलने वाले हैं।
मुद्दों को लेकर सकारात्मक निर्णय
राहत एवं पुनर्वास विभाग के सचिव असीम गुप्ता ने कहा है कि अक्टूबर महीने में हुई भारी बारिश के मुआवजा के तौर पर 59 करोड़ रुपये का भुगतान कल या परसों तक किसानों के खाते में भेज दिया जाएगा। साथ ही अगस्त, सितंबर में भारी बारिश के लिए 60 करोड़ रुपये का मुआवजा भी 31 अक्टूबर तक जमा कर लिया जाएगा। सांसद ओमप्रकाश राजे निंबालकर ने बताया कि जिले के किसानों की दृष्टि में सभी मुद्दों को लेकर सकारात्मक निर्णय हुआ है, इसी के चलते विधायक कैलास पाटिल ने अपनी भूख हड़ताल वापस ली है।