Lok Sabha: संसद हमले के आरोपितों में से एक ममता के ‘इस’ मंत्री का खास? भाजपा ने जारी की साथ में तस्वीर

प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह भी पता चला कि मनोरंजन और शर्मा के पास 45 मिनट के लिए लोकसभा की दर्शक दीर्घा के आगंतुक पास थे लेकिन वे करीब दो घंटे तक दर्शक दीर्घा में रहे।

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Kolkata: लोकसभा(Lok Sabha) में 13 दिसंबर को दर्शक दीर्घा से कूदकर हंगामा मचाने वाले आरोपितों के सहयोगियों में से एक ललित झा का कोलकाता कनेक्शन(Lalit Jha’s Kolkata connection) सामने आ गया है। वह बड़ा बाजार(big market) में लंबे समय तक रहा था और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करता था। उसी के पास संसद में हंगामा करने वालों ने अपने फोन जमा किए थे और ललित ने ही सभी का वीडियो बनाकर मौके से फरार(Absconded from the spot after making a video) हो गया था। उस वीडियो को उसने कोलकाता के एक अन्य शख्स के पास भेजा था। अब बंगाल भाजपा(Bengal BJP) ने दावा किया है कि वह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी(Ruling Party Trinamool Congress Party) के नेताओं का खास रहा है।

ललित झा और कैबिनेट में मंत्री तपस रॉय की तस्वीर जारी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ललित झा की तस्वीर ममता बनर्जी कैबिनेट में मंत्री तपस रॉय के साथ जारी(Lalit Jha’s photo released with Tapas Roy, minister in Mamata Banerjee cabinet) की है। उन्होंने कहा है कि हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर हमले का मास्टरमाइंड ललित झा लंबे समय से तृणमूल के तापस रॉय के साथ घनिष्ठ संपर्क में था। यह सबूत पर्याप्त है, जो संसद हमले में तृणमूल नेताओं के मिली भगत की जांच के लिए इस्तेमाल होने चाहिए।

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संसद की सुरक्षा में चूक मामले का कोलकाता कनेक्शन
 विरोध प्रदर्शन के दौरान आरोपितों में से एक ललित झा ने संसद के बाहर दो आरोपितों द्वारा किए गए पूरे विरोध-प्रदर्शन का वीडियो शूट(Video shoot of entire protest) किया था और इसे कोलकाता के एक व्यक्ति के साथ साझा किया था। वह एक एनजीओ (सामोवादी सुभाष) से जुड़ा है। उसका दफ्तर कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में है जो बंद है। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने 14 दिसंबर को यह जानकारी दी। हालांकि, झा फरार है और उसके राजस्थान या हरियाणा में होने का संदेह है। कई टीमें उसकी तलाश कर रही हैं। वह पेशे से एक शिक्षक है।

ललित झा को सौंपे थे मोबाइल
सूत्रों ने कहा कि संसद के बाहर और अंदर पकड़े गए चारों आरोपितों ने अपने मोबाइल फोन बिहार के रहने वाले ललित झा को सौंप दिए थे। वह संसद के बाहर भी मौजूद था और जब उसके साथियों को पकड़ा गया तो वह फोन वाला बैग लेकर भाग गया। ऐसा प्रतीत होता है कि उसे भी किसी अन्य व्यक्ति से फोन लेकर भागने के निर्देश मिले थे।

सूत्रों ने कहा कि झा ने संसद के बाहर वीडियो शूट किया था और इसे नीलाक्ष आइच के साथ साझा किया था, जो अब पुलिस की रडार पर है। आइच कोलकाता का रहने वाला है। सूत्रों ने कहा, ”हमने इससे जुड़े सबूत भी जुटाए हैं।”

कौन है नीलाक्ष आइच?
नीलाक्ष आइच एक कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है। जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने में शामिल छह आरोपित फेसबुक पर ”भगत सिंह फैन क्लब” पेज के माध्यम से जुड़े हुए थे। जांचकर्ताओं को संदेह है कि उन्हें घटना के पहले और घटना के दौरान किसी के द्वारा निर्देशित किया जा रहा था। गिरफ्तार किए गए चारों आरोपितों की पहचान कर्नाटक के मैसूरु निवासी मनोरंजन डी, उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी सागर शर्मा, हरियाणा के जिंद निवासी नीलम और महाराष्ट्र के लातूर निवासी अमोल शिंदे के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल फिलहाल विक्रम और उसकी पत्नी राखी से पूछताछ कर रही है क्योंकि चारों आरोपित घटना से एक दिन पहले गुरुग्राम के सेक्टर-7 स्थित उनके घर पर रुके थे। छठा आरोपित ललित झा फरार है।

45 मिनट का आगंतुक पास
प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह भी पता चला कि मनोरंजन और शर्मा के पास 45 मिनट के लिए लोकसभा की दर्शक दीर्घा के आगंतुक पास थे लेकिन वे करीब दो घंटे तक दर्शक दीर्घा में रहे। दोनों ने दर्शक दीर्घा से कूद कर लोकसभा हॉल में प्रवेश किया था। कर्नाटक के इंजीनियरिंग छात्र मनोरंजन और शर्मा ने कर्नाटक के मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के हस्ताक्षर पर अपने आगंतुक पास जारी कराए थे। नीलम और शिंदे संसद के बाहर रंगीन फ़्लेयर के साथ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

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