महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने को लेकर हुआ विवाद अब धर्मनगरी हरिद्वार तक पहुंच गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने राठी चौक भूपतवाला पर हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए उद्धव ठाकरे का पुतला भी फूंका। कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोककर सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को जेल भेजने के विरोध में 26 अप्रैल को राठी चौक भूपतवाला में सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा पाठ किया। इसके बाद उद्धव ठाकरे का पुतला दहन किया। मंडल अध्यक्ष चंद्रकांत पांडेय के नेतृत्व में हुए हनुमान चालीसा पाठ के दौरान भाजयुमो ने महाराष्ट्र सरकार के कृत्य को लोकतंत्र की हत्या करने के समान बताया और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
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महंत लोकेश दास का कहना है कि जैसे मुगलों के शासन में होता था, वैसा ही अब महाराष्ट्र में हो रहा है। मुझे नहीं लगता कि उद्धव ठाकरे बाला साहब के उत्तराधिकारी हैं बल्कि उनके असली उत्तराधिकारी तो राज ठाकरे हैं।
सभी हिन्दुओं से नवनीत राणा का समर्थन करने की अपील
नवनीत राणा और रवि राणा ने हनुमान चालीसा पाठ करने की बात ही तो कही थी और उद्धव ठाकरे को उनका स्वागत करना चाहिए था। इससे उनका मान ही बढ़ता। परंतु उद्धव के कृत्य ने उनके कांग्रेस के साथ बनाये गए सेक्युलरिज्म के चेहरे को उजागर किया है। मैं सभी हिन्दुओं से नवनीत राणा का समर्थन करने की अपील करता हूं। महंत अरुण दास का कहना है कि हनुमान जी तो स्वयं संकटमोचक हैं और जो ऐसा कार्य कर रहा है वह हिन्दू तो हो ही नहीं सकता है। जो हिन्दू होगा वह सदा ही हनुमान जी के साथ जुड़ा हुआ होगा। जो हनुमान चालीसा पर इस तरह के विवाद खड़े कर रहे हैं यह देशद्रोह हैं। उनके खिलाफ मुकदमे होने चाहिए। बाला साहब ठाकरे हिंदू थे, मगर इनको कैसे हिंदू कहा जाए यह तो सत्ता लोभी हैं कि कैसे सत्ता में बैठे रहें।
पक्षपात का आरोप
भाजयुमो प्रदेश महामंत्री हरजीत सिंह का कहना है कि महाराष्ट्र में एक सांसद और एक विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है। मगर देश में एक कानून होने के बाद भी जब एक समुदाय के लोग सड़क पर आकर नमाज पढ़ते हैं तो उन पर कोई कानून लागू नहीं होता है। मगर कोई हनुमान चालीसा पढ़ता है तो उसपर देशद्रोह का मुकदमा लगा दिया जाता है।
उद्धव ठाकरे की सरकार को बर्खास्त करने की मांग
भाजयुमो जिला महामंत्री विदित शर्मा का कहना है कि महाराष्ट्र में जिस तरीके से एक सांसद और विधायक को हनुमान चालीसा पढ़ने के प्रयास में जेल भेजने का कार्य वहां की सरकार ने किया है वह लोकतंत्र का गला घोंटने का कार्य है। क्या देश में हनुमान चालीसा पढ़ना अपराध है। क्या कोई व्यक्ति हनुमान चालीसा नहीं पढ़ सकता है। एक महिला उत्पीड़न और एक विधायक के उत्पीड़न का कार्य किया गया है। हम वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हैं और उद्धव ठाकरे की सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हैं।