असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि भारत को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। सरमा ने कहा कि जैसे अनुच्छेद 370 खत्म हो गया और राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया, वैसे ही तेलंगाना में भी निजाम का नामोनिशान मिट जाएगा। ओवैसी का भी नामोनिशान मिट जाएगा।
सरमा ने कहा कि भारत अब जाग गया है और अब वह उन नेताओं को अपनी हैसियत बताने के लिए तैयार है, जो छद्म सेक्युलरिज्म की राजनीति कर उन्हें धोखा देते हैं।
हैदराबाद में सीएम सरमा की हुंकार
असम के मुख्यमंत्री तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आयोजित एक रैली में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास बताता है कि बाबर, औरंगजेब और निजाम के दिन गिने-चुने होते हैं। यह बात भी निश्चित है कि यहां नए निजाम की विरासत का अंत जल्द होगा और हैदराबाद में भारतीय संस्कृति पर आधारित एक नई सभ्यता का उदय और विकास होगा। सरमा से पहले एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हाल ही में तेलंगाना दौरे पर थे।
केसीआर पर साधा निशाना
वारंगल में सरमा ने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर ने दो लाख नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन अब वे भूल गए। उन्होंने कहा कि यहां वैकेंसी के बावजूद लोगों को नौकरी से वंचित रखा जा रहा है। केसीआर अपने बेटे के लिए समर्पित हैं, जबकि राजा का कोई बेटा नहीं होता।
वादाखिलाफी का आरोप
उन्होंने कहा कि आज पुलिस आपके साथ है, लेकिन जब भाजपा की सरकार बनेगी तो वह भाजपा के साथ आ जाएगी। आपकी दोस्त जनता है लेकिन आप उसके साथ गद्दारी कर रहे हैं। बाबर जैसे खत्म हो गया, वैसे ही ओवैसी भी खत्म हो जाएगा। 2023 में केसीआर की बात सुनने वाला कोई नहीं होगा। हमें एक नए भारत के निर्माण की शपथ लेनी है, जहां किसी ओवैसी-औरंगजेब के लिए कोई जगह नहीं होगी।
2023 मे होना है चुनाव
बता दें कि 2023 में वहां होने वाले चुनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का भी हैदराबाद में कार्यक्रम होना है।