Parliament Budget Session: क्या है ‘तुष्टिकरण’ और ‘संतुष्टिकरण’ के राजनीति में फर्क, पीएम मोदी ने संसद में बताया

यह राहुल गांधी के संसद में दिए गए संबोधन के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने अन्य मुद्दों के अलावा भाजपा शासित सरकार की "विफल" मेक इन इंडिया नीति पर निशाना साधा था।

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Parliament Budget Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 4 फरवरी (आज) संसद के बजट सत्र (Budget Session) के चौथे दिन लोकसभा को संबोधित (Address to Lok Sabha) कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा साझा किए गए अपडेट के अनुसार, प्रधानमंत्री शाम करीब 5 बजे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे।

यह राहुल गांधी के संसद में दिए गए संबोधन के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने अन्य मुद्दों के अलावा भाजपा शासित सरकार की “विफल” मेक इन इंडिया नीति पर निशाना साधा था। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष और सरकार के नेताओं के बीच कई विषयों पर तीखी बहस हुई। सत्र के विधायी एजेंडे में वक्फ (संशोधन) विधेयक और आव्रजन और विदेशी विधेयक सहित 16 विधेयक हैं।

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100 प्रतिशत संतृप्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जहां कुछ लोगों ने ‘तुष्टीकरण’ का रास्ता चुना है, वहीं उनकी सरकार ने ‘संतुष्टीकरण’ का रास्ता अपनाया है। मोदी ने कहा, ‘असली सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और संविधान के प्रति सम्मान ही योजनाओं की 100 प्रतिशत संतृप्ति है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने संबोधन में कहा कि यह उनकी सरकार थी जिसने गरीबों और बुजुर्गों के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। उन्होंने कहा, “हमने गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की, लेकिन कुछ राज्यों ने इस योजना को रोक दिया, जिससे गरीब लोग मुश्किल में हैं।” उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में भी एनडीए सरकार ने आवश्यक दवाओं को सीमा शुल्क से मुक्त कर दिया है।

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गरीबों को इस योजना से दूर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का विस्तार 30,000 अस्पतालों तक किया गया, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने “गरीबों को इस योजना से दूर रखा।” मोदी ने कहा, “कैंसर के मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। लैंसेट ने कुछ समय पहले कहा था कि आयुष्मान भारत की वजह से कैंसर का इलाज जल्दी शुरू हो गया है। इसने आयुष्मान भारत योजना को श्रेय दिया है। इस बजट में भी हमने कैंसर की दवाइयाँ सस्ती की हैं।”

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