Parliament White Papers: वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शुक्रवार 9 फरवरी को कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (United Progressive Alliance) (यूपीए) पर आर्थिक कुप्रबंधन (economic mismanagement) का आरोप लगाते हुए कहा कि 2008 में आई वैश्विक मंदी (global recession) को गठबंधन सरकार ठीक से नहीं संभाल पाई। अब वे मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था पर ज्ञान दे रहे हैं।
पूर्ववर्ती सरकार और वर्तमान सरकार के बीच का अंतर समझाते हुए वित्त मंत्री ने लोकसभा में श्वेत पत्र (White Papers) पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा, “2008 के बाद आए वैश्विक वित्तीय संकट (global financial crisis) और कोविड के बाद आए संकट से स्पष्ट है कि यदि सरकार की मंशा सच्ची है तो परिणाम अच्छे होंगे।”
#WATCH | Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “Could not handle the global financial crisis & today are lecturing about how to handle it. Nothing was done to protect the interests of the country but continued scandals over scandals. They left the country in such a… pic.twitter.com/yERXrZCtUz
— ANI (@ANI) February 9, 2024
यूपीए गठबंधन सरकार के कुप्रबंधन का आरोप
भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र और उसके देश के लोगों पर प्रभाव विषय पर वित्त मंत्री ने चर्चा की शुरुआत की। निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछली गठबंधन सरकार के कुप्रबंधन के चलते देश बेहद ही नाजुक स्थिति में पहुंच गया था। यूपीए सरकार के दौरान राष्ट्र मंडल खेलों में हुई गड़बड़ियों से देश का नाम दुनिया में खराब हुआ था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जी20 की अध्यक्षता के दौरान भारत का नाम दुनिया में ऊपर उठा है।
#WATCH | Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “…10 years of one government with some crisis & 10 years of a different government with different crisis. The comparison shown in this ‘White Paper’ clearly says how if the government handles it with true sincerity,… pic.twitter.com/yzVeKfG6vv
— ANI (@ANI) February 9, 2024
शीर्ष तीन अर्थव्यवस्था में स्थान बनाने के लिए अग्रस
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने नाजुक स्थिति से उबारा है। हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है और अब यह शीर्ष तीन में स्थान बनाने के लिए अग्रसर है। वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार अगर गंभीरता, पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करती तो देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर होती लेकिन कांग्रेस ने देश नहीं बल्कि एक परिवार को प्रथम रखा। इसके परिणाम सबसे सामने हैं। कोयला क्षेत्र में मनमाने ढंग से आवंटन किया गया।