विपक्ष पेगासस जासूसी कांड पर सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। इसी कड़ी में 28 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कई विपक्षी पार्टियों के साथ रणनीति बनाई। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे विपक्षी एकता का ड्रामा बताया है।
भारतीय जनता पार्टी ने पेगासस जासूसी कांड को लेकर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की जासूसी से क्या मिलेगा? साथ ही यह भी पूछा कि अगर राहुल गांधी को जासूसी कराने का शक है तो वे शिकात क्यों नहीं दर्ज करा रहे हैं?
कांग्रेेस पर तंज
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अगर राहुल गांधी के फोन में हथियार है तो उन्हें इसकी शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। वे शिकायत दर्ज नहीं करवाकर केवल संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। कोई राहुल गांधी की जासूसी क्यों करेगा ? वे कांग्रेस पार्टी को चलाने में असफल रहे हैं। उनकी जासूसी से क्या मिलेगा? राहुल जी आपको अपने फोन की जांच करानी चाहिए।
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एक ही उद्देश्य
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी पार्टियां क्या चाहती हैं? उनका एक ही उद्देश्य है,अपने परिवारों को बचाना। राहुल और प्रियंका केवल राजनैतिक रुप से स्थापित होना चाहते हैं, जबकि पीएम मोदी की चिंता भारत को विकास की राह पर स्थापित करने की है। पात्रा ने कहा कि विपक्ष के ड्रामे को जनता समझती है।
कांग्रेस पर आरोप
संबित पात्री ने कहा कि पीएम महत्वपूर्ण मुद्दों पर बैठक बुलाते हैं। लेकिन कांग्रेस उसका बहिष्कार कर देती है। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कह रहे हैं कि एक झूठा आरोप ( पेगागसस) आपके लिए महत्वपूर्ण है, कोरोना नहीं। इस तरह आप लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं। इसका जवाब आपको देना होगा।