देश के विकास के लिए काम करने वाली और राष्ट्रहित के फैसले लेने वाली संसद के नए भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। लेकिन कांग्रेस समेत 21 पार्टियों ने इसका बहिष्कार किय। राष्ट्रपति ने 25 मई को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर प्रधानमंत्री द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का निर्देश दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
मोदी ने राजस्थान में एकस सभा को संबोधित करते हुए लोगों से पूछा, तीन दिन पहले देश को नया संसद भवन मिला, आपको गर्व है या नहीं? आप खुश हैं कि नहीं ? देश का गौरव बढ़ा है या नहीं? लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने इसमें राजनीति लाकर अड़ंगा डालने की कोशिश की।
मिशन लोकसभा चुनाव 2024ः बीजेपी के इस मास्टरस्ट्रोक से ममता की बढ़ेंगी मुश्किलें
कड़ी मेहनत करने वाले 60,000 मजदूरों की भावनाओं का अपमान
साथ ही, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 मई को आलोचना की कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाले कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों ने इस भवन के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत करने वाले 60,000 मजदूरों की भावनाओं का अपमान किया। राजस्थान के अजमेर में आयोजित एक जनसभा में उन्होंने पहली बार विपक्ष के बहिष्कार का बयान दिया था।