PM In UP: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 25 फरवरी(रविवार) को रायबरेली एम्स (Rae Bareli AIIMS) का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण (inauguration) करेंगे। एम्स के विधिवत शुरू होने से रायबरेली और आसपास के जिलों के लिए यह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।हालांकि 2018 से इसमें ओपीडी चालू है और रोज़ हजारों मरीजों को इलाज़ मिल रहा है
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के राजकोट (Rajkot) से पांच नए एम्स का लोकार्पण करेंगे जिनमें एम्स रायबरेली भी शामिल है। रायबरेली एम्स 600 बेड से युक्त है, इसमें आपातकालीन और ट्रामा के लिए 30 बिस्तर, आईसीयू विशेषता और सुपर स्पेशलिटी बिस्तर, एक 100 एमबीबीएस सीटों वाला मेडिकल काॅलेज छात्रावास और आवासीय क्वार्टर भी है।
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823 करोड़ की लगत से बना एम्स
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) रायबरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संशोधन अधिनियम, 2013 द्वारा एक स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था। रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को फरवरी, 2009 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के प्रथम चरण में 823 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत पर मंजूरी दी गई थी।
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लाखों लोगों को होगा लाभ
मंत्रालय ने जुलाई, 2013 में परियोजना के लिए मेसर्स एचएससीसी (इंडिया) लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन सलाहकार नियुक्त किया।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संशोधन अधिनियम, 2013 के द्वारा एक स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था।इसके बाद से निरंतर एम्स की सुविधाओं में इज़ाफ़ा होता गया और अब यह आसपास के लाखों लोगों के लिए एक उम्मीद बन चुका है।प्रतिदिन यहां से हज़ारों मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं और उन्हें इसके लिए बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ता।
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