प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार (1 अगस्त) को पुणे (Pune) के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार (Lokmanya Tilak National Award) से सम्मानित किया गया है। वह पुणे के दगडूशेठ गणपति मंदिर (Dagdusheth Ganapati Temple) गए और दर्शन किए। इसके साथ ही मेट्रो की दो विस्तारित लाइनों, प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) के हजारों घरों का भी उद्घाटन किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण की शुरुआत मराठी में की
“आज का दिन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। मैं जितना उत्साहित हूं उतना ही भावुक भी हूं। आज हमारे आदर्श बाल गंगाधर तिलक और अन्नाभाऊ साठे की जयंती भी है। लोकमान्य तिलक स्वतंत्रता के इतिहास में सबसे अग्रणी तिलकों में से एक हैं और सामाजिक सुधार में अन्नाभाऊ का योगदान असाधारण है। मैं दोनों महापुरुषों को सलाम करता हूं।” मोदी ने इस मौके पर यह भी कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे महाराष्ट्र की धरती पर, पुणे की पवित्र भूमि पर आने का अवसर मिला।
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लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिसमें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार, लोकमान्य की पुनेरी पगड़ी, अंगोछा, प्रमाणपत्र और केसरी का पहला अंक दिया गया है।
Speaking at the Lokmanya Tilak National Award Ceremony in Pune. https://t.co/DOk5yilFkg
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2023
तिलक की भूमिका को चंद शब्दों में समेटा नहीं जा सकता: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, भारत की आजादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका, उनके योगदान को चंद शब्दों में समेटा नहीं जा सकता। अंग्रेजों ने यह धारणा बना ली थी कि भारत की आस्था, संस्कृति, मान्यताएं ये सब पिछड़ेपन का प्रतीक हैं, लेकिन तिलक जी ने इसे भी गलत साबित कर दिया। लोकमान्य तिलक ने टीम स्पिरिट के, सहभाग और सहयोग के अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए।
पुरस्कार राशि का दान
पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान ही पुरस्कार राशि दान करने की घोषणा की और कहा, जिनके नाम में गंगाधर है उनके नाम पर दी जाने वाली राशि भी गंगा जी को समर्पित की गई है। मैंने पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना को दान करने का फैसला किया है।’
पीएम मोदी को क्यों दिया गया तिलक पुरस्कार?
अब तक 40 लोगों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इस बार जब सभी ट्रस्टी पुरस्कार पर चर्चा के लिए एकत्र हुए तो हमारे सामने एकमात्र नाम पीएम नरेंद्र मोदी का था। मोदी को इस पुरस्कार के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि लोकमान्य तिलक ने एक स्वतंत्र, आधुनिक और मजबूत भारत का सपना देखा था। लोकमान्य ने कहा था राष्ट्रवाद, भारत का प्राचीन ज्ञान, गौरवशाली इतिहास, देशभक्ति, स्वदेशी, राष्ट्रीय शिक्षा, आधुनिक तकनीक, स्वदेशी तकनीक और यही सूत्र हम नरेंद्र मोदी के लोक-कल्याणकारी सशक्त राष्ट्र में देखते हैं,” दीपक तिलक ने यह वाक्य कहा।
देखें यह वीडियो- प्रधानमंत्री मोदी लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
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