प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार (19 अगस्त) को जी20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों (G20 Digital Economy Ministers) की बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भारत के तेजी से डिजिटलीकरण (Digitization) की बात कही। पीएम ने कहा कि भारत (India) में 85 करोड़ से अधिक इंटरनेट (Internet) उपयोगकर्ता हैं, जो दुनिया में सबसे सस्ते डेटा का आनंद ले रहे हैं।
पीएम ने कहा कि हमने शासन को अधिक कुशल, समावेशी, तेज और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
Sharing my remarks at G20 Digital Economy Ministers Meeting in Bengaluru. @g20org https://t.co/ai6pbrR6wl
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2023
यह भी पढ़ें- ‘बूम-बूम बुमराह इज बैक’, कप्तान की धूम से आयरलैंड हुआ चारों खाने चित
पीएम ने एआई को लेकर किया बड़ा ऐलान
पीएम ने कहा, हम एआई-संचालित भाषा अनुवाद प्लेटफॉर्म ‘भाषिणी’ बना रहे हैं। यह भारत की सभी विविध भाषाओं में डिजिटल समावेशन का समर्थन करेगा। भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए स्केलेबल, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है।
डिजिटल पेमेंट में भारत सबसे आगे
पीएम मोदी ने कहा कि भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में भी सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि वैश्विक रियल टाइम डिजिटल भुगतान का 45 प्रतिशत भारत में होता है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अब सरकारी सहायता का लाभ सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर करने से देश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है और 33 अरब डॉलर से ज्यादा की बचत हुई है।
JAM ट्रिनिटी से लोगों को फायदा हुआ
पीएम ने कहा कि आधार, हमारा अद्वितीय डिजिटल पहचान मंच, हमारे 130 करोड़ लोगों को कवर करता है। मोदी ने आगे कहा कि हमने भारत में वित्तीय समावेशन में क्रांति लाने के लिए JAM ट्रिनिटी – जन धन बैंक खाता, आधार और मोबाइल – की शक्ति का उपयोग किया है।
इसके साथ ही हमारी तत्काल भुगतान प्रणाली यूपीआई पर हर महीने करीब 10 अरब लेनदेन होते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में भारत का डिजिटल परिवर्तन अभूतपूर्व है। यह सब 2015 में हमारी ‘डिजिटल इंडिया’ पहल की शुरुआत के साथ शुरू हुआ।
देखें यह वीडियो- आज लगाया गया एक वृक्ष आने वाली कई पीढ़ियों को देगा ऑक्सीजन: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
Join Our WhatsApp Community