पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी से की मुलाकात, इन क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को लेकर हुई चर्चा

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और मिस्र विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हैं।

177

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-मिस्र ने अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने मिस्र के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है।

भारत के लिए हर्ष का विषय
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हैं। राष्ट्रपति सीसी कल हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। मुझे खुशी है कि मिस्र की सैन्य टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेगी। यह पूरे भारत के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है।

ये भी पढ़ें- टुकड़े टुकड़े-2: जेएनयू में वामपंथी छात्रों ने देखी बीबीसी की ‘वह’ डॉक्यूमेंट्री, मचाया बवाल

द्विपक्षीय संबंध और हुए प्रगाढ़
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और मिस्र विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से हैं। हमारे दोनों देशों के बीच कई हजारों वर्षों का अनवरत नाता रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं। इस वर्ष भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप आमंत्रित किया है, जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है।

आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि हमने आज की बैठक में अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मजबूत करने और आतंकवाद विरोधी संबंधी सूचना एवं इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है। मोदी ने कहा कि भारत और मिस्र आतंकवाद से मिलकर लड़ेगा। दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को नियंत्रित करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोविड प्रकोप के दौरान, हमने दोनों देशों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मिलकर काम किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त अभ्यास प्रशिक्षण और हमारे बीच क्षमता निर्माण में वृद्धि हुई है। हमने कोविड और यूक्रेन संकट के कारण बाधित हुई आपूर्ति श्रृंखला पर भी चर्चा की।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.