प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना टीका लगवा लिया है। दिल्ली में पीएम तो दो राज्यों में मुख्यमंत्रियों ने टीका लगवाया। मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी टीका लगवाया है। लेकिन इन सब में पीएम के टीका लगवाने की प्रक्रिया और उनकी वेशभूषा ने कई संदेश दिये हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेषता है कि वो सभी कार्यों में कुछ न कुछ संदेश देते हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत 71 वर्षीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के एम्स में टीका लगवाया है। उनके टीकाकरण में चार संदेश थे।
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- 1) प्रोटोकॉल तोड़ा : जनसामान्य के रूप में प्रधानमंत्री ने टीका लगवाया। वे अस्पताल गए और वहां कोरोना टीकाकरण के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सौ प्रतिशत स्वदेश में निर्मित कोवैक्सीन का टीका लगवाया।
- 2) पुद्दुचेरी-केरल की नर्स : पुद्दुचेरी और केरल की नर्स ने प्रधानमंत्री को टीका लगाया है। मुख्य नर्स पी. निवेदा पुद्दुचेरी की हैं जबकि रोसम्मा अनिल केरल की रहनेवाली हैं। ये वह राज्य हैं जहां विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है।
- 3) असमी ‘गमोचा’ : प्रधानमंत्री ने असम का ‘गमोचा’ गमछा धारण किया था। असम में भी चुनाव है और प्रधानमंत्री का गमछा असमियां अंदाज को बयां कर रहा था। यानी गमछा भी संदेश भी।
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- 4) बंगाल की वेशभूषा : प्रधानमंत्री की वेशभूषा पश्चिम बंगाल की थी। पश्चिम बंगाल में चुनाव है। भाजपा संघर्ष कर रही है राज्य में तृणमूल से सत्ता प्राप्त की। प्रधानमंत्री की वेशभूषा बंगाल के लोगों में विश्वास उत्पन्न करने का प्रयत्न है।
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