प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को देश का अब तक का सबसे दिशाहीन और हताश गठबंधन करार दिया। उन्होंने इंडिया अलायंस की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों से करते हुए कहा कि केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक के बाद संवाददातओं से कहा कि विपक्ष “हताश और दिशाहीन” है। विपक्ष के पास कोई विजन नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा, “विपक्ष के आचरण से पता चलता है कि उसने लंबे समय तक स्थायी रूप से विपक्ष में रहने का फैसला किया है।”
बैठक में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि हमारी सरकार देश का विकास कर रही है। सरकार मणिपुर मामले पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन फिर भी विपक्ष संसद के सदनों को चलने नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की विपक्षी पार्टियों इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस) की योजना पर जोशी ने कहा कि पिछली बार जब विपक्ष 2018-19 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था, तो 2019 के चुनावों में भाजपा की सीटें 282 से बढ़कर 300 से अधिक हो गईं। जोशी ने कहा, इस बार सदन में अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद बीजेपी को 350 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।
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